डिजिटल न्यूज़ के प्रतिनिधियों से प्रकाश जावड़ेकर ने की चर्चा, कहा- नए IT नियम डिजिटल प्रकाशकों पर डालते हैं कुछ जिम्मेदारियां
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि प्रिंट मीडिया और टीवी चैनलों के डिजिटल संस्करण हैं, जिनका कंटेंट काफी हद तक उनके पारम्परिक प्लेटफॉर्म जैसा ही होता है. हालांकि, ऐसा कंटेंट भी होता है जो विशेष रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए होता है.
![डिजिटल न्यूज़ के प्रतिनिधियों से प्रकाश जावड़ेकर ने की चर्चा, कहा- नए IT नियम डिजिटल प्रकाशकों पर डालते हैं कुछ जिम्मेदारियां Union Minister of Information and Broadcasting Prakash Javadekar interacts with representatives of Digital News Publishers on new IT rules डिजिटल न्यूज़ के प्रतिनिधियों से प्रकाश जावड़ेकर ने की चर्चा, कहा- नए IT नियम डिजिटल प्रकाशकों पर डालते हैं कुछ जिम्मेदारियां](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/06/04223945/Prakash-Javadekar.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने गुरुवार को आईटी (मध्यवर्ती संस्थानों के लिए दिशा-निर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 की पृष्ठभूमि में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए से डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (डीएनपीए) के साथ चर्चा की. इस अवसर पर एबीपी न्यूज समेत विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. इस दौरान प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए जावड़ेकर ने बताया कि नए नियम डिजिटल समाचारों के प्रकाशकों पर कुछ दायित्व डालते हैं. इनमें भारतीय परिषद द्वारा निर्धारित पत्रकारिता के आचरण के नियम और केबल टेलीविजन नेटवर्क अधिनियम के तहत कार्यक्रम संहिता जैसी आचार संहिताओं का पालन करना शामिल है.
नए नियम डिजिटल प्रकाशक पर डालते हैं जिम्मेदारियां
उन्होंने कहा कि इसके अलावा नागरिकों की शिकायतों के समाधान के लिए, नियमों में तीन स्तरीय शिकायत समाधान तंत्र उपलब्ध कराया गया है, जिसमें पहले और दूसरे स्तर पर डिजिटल समाचार प्रकाशक व उनके द्वारा गठित स्व नियामकीय संस्थाएं होंगी. डिजिटल समाचार प्रकाशकों को एक सरल प्रपत्र में मंत्रालय को कुछ मूलभूत जानकारियां भी देनी होंगी, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है और समय-समय पर उन्हें अपने द्वारा कराए गए शिकायत समाधान को सार्वजनिक करने की जरूरत होगी.
डिजिटल मीडिया को पारंपरिक स्तर का बनाया जाए
उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया और टीवी चैनलों के डिजिटल संस्करण हैं, जिनका कंटेंट काफी हद तक उनके पारम्परिक प्लेटफॉर्म जैसा ही होता है. हालांकि, ऐसा कंटेंट भी होता है जो विशेष रूप से डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए होता है. इसके अलावा ऐसी भी कई इकाइयां हैं, जो सिर्फ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हैं. इस क्रम में, नियम डिजिटल मीडिया पर प्रकाशित समाचारों पर लागू होने चाहिए, जिससे उन्हें पारम्परिक मीडिया के स्तर का बनाया जा सके.
नए नियमों का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों ने कहा कि टीवी और समाचार प्रिंट मीडिया लंबे समय से केबल टीवी नेटवर्क अधिनियम और प्रेस परिषद अधिनियम के नियमों का पालन करते रहे हैं. इसके अलावा डिजिटल संस्करणों के प्रकाशन के लिए प्रकाशक पारम्परिक प्लेटफॉर्म्स के मौजूदा नियमों का पालन करते हैं. उन्हें लगता है कि उनके साथ उन समाचार प्रकाशकों से अलग व्यवहार करना चाहिए, जो सिर्फ डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हैं.
जावड़ेकर ने अपने विचार रखने के लिए प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार इन पर विचार करेगी और मीडिया उद्योग के समग्र विकास के लिए इस परामर्श की प्रक्रिया को जारी रखेगी.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)