Budget Session: वित्त मंत्री आज पेश करेंगी आर्थिक सर्वेक्षण, 18 विपक्षी दलों ने किया राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का एलान
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के साथ आज बजट सत्र की शुरुआत होगी. इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. वहीं विपक्ष ने बजट सत्र में सरकार को घेरने के मंसूबे साफ कर दिए हैं. 18 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाहिष्कार का एलान किया है. बजट सत्र के दौरान पिछली बार मानसून सत्र की तरह ही इस सत्र में भी कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन किया जायेगा.
नई दिल्ली: दिल्ली अलग अलग बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के बीच आज संसद का बट सत्र शुरू होगा. बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से होगी और 1 फरवरी को बजट पेश किया जायेगा. बजट सत्र का हंगामेदार होना तय माना जा रहा है, क्योंकि विपक्षी दलों ने तीन नये कृषि कानूनों, पूर्वी लद्दाख गतिरोध, अर्थव्यवस्था की स्थिति और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है.
18 दलों का एलान, राष्ट्रपति के अभिभाषण का करेंगे बहिष्कार कांग्रेस समेत देश के 18 विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला किया है. राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने यह जानकारी दी. विपक्षी दलों द्वारा संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार के फैसले को केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
विपक्षी दलों के नेताओं के बयान में कहा गया है कि कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, सपा, राजद, माकपा, भाकपा, आईयूएमएल, आरएसपी, पीडीपी, एमडीएमके, केरल कांग्रेस(एम), आम आदमी पार्टी और एआईयूडीएफ ने संयुक्त रूप से यह फैसला किया है. 18 विपक्षी दलों ने दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की जांच कराने की भी मांग की है.
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विपक्षी ने अपने इरादे साफ कर दिए राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की घोषणा करके विपक्षी दलों ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिये हैं. विपक्षी दलों ने तीन नये कृषि कानूनों को लेकर किसानों के आंदोलन एवं उससे जुड़े घटनाक्रम पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है. इसके अलावा पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध, अर्थव्यवस्था की स्थिति, महंगाई जैसे मुद्दों को भी विपक्षी दल संसद में जोरदार ढंग से उठायेंगे.
सत्र में कोरोना गाइडलाइंस का होगा पालन पिछली बार मानसून सत्र की तरह ही इस सत्र में भी कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन किया जायेगा और लोकसभा एवं राज्यसभा की कार्यवाही पांच-पांच घंटे की पालियों में संचालित होगी. राज्यसभा की कार्यवाही सुबह की पाली में और लोकसभा की कार्यवाही शाम की पाली में चलेगी. गौरतलब है कि कोविड-19 महामारी के कारण संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाया जा सका था. बजट सत्र में प्रश्नकाल आयोजित होगा. समय की कमी के कारण पिछले सत्र में प्रश्नकाल नहीं हो सका.
मानसून सत्र में दोनों सदनों की बैठक शनिवार और रविवार को भी हुई थी. लेकिन इन बार संसद की बैठक सप्ताहांत में नहीं होगी. लोकसभा सचिवालय के अनुसार, इस बार बजट सत्र में शुक्रवार को होने वाला गैर सरकारी कामकाज भी होगा. मानसून सत्र में गैर सरकारी कामकाज नहीं लिया जा सका था. संसद के बजट सत्र का पहला हिस्सा 15 फरवरी को समाप्त होगा. दूसरा हिस्सा 8 मार्च से शुरू होकर 8 अप्रैल तक चलेगा.यह भी पढ़ें Budget 2021 Expectations: कोरोना के बाद ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बजट में क्या ऐलान कर सकती है सरकार? Budget 2021: MSME सेक्टर की आर्थिक बोझ में कमी की मांग, क्या बजट में सरकार बढ़ाएगी पैकेज?