नई दिल्ली : एबीपी न्यूज के कार्यक्रम शक्ति सम्मान में महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बेबाकी से महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने अमेठी से लेकर दिल्ली के शाहीन बाग तक हर मुद्दे पर जवाब दिया. उन्होंने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. इसके साथ ही स्मृति ईरानी ने कहा है कि वह निर्भया के दोषियों को फांसी मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं. जानिए शक्ति सम्मान में स्मृति ईरानी की सबसे महत्वपूर्ण बातें -  


अमेठी ने सांसद नहीं बहन को चुना है


अगर एक जीत या हार में उसे समेट लें तो हम जीवन को बहुत कम आंकते हैं. अमेठी जीवन का एक पन्ना हो सकता है लेकिन जीवन का सार नहीं हो सकता है. क्योंकि जीवन अभी बाकी है. अमेठी संकेत देता है कि लोग आज भी सच्चाई को परखते हैं और सच का साथ देते हैं. वो निष्ठा को समझते हैं और उसका साथ देते हैं. अमेठी ने एक सांसद को नहीं चुना है. अमेठी ने एक बहन को चुना है.


मैंने एक व्यक्ति को नहीं परिवारवादी सोच को हराया है


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने किसी व्यक्ति को नहीं विषय को हराया है. मैंने परिवारवाद को हराया है. मैंने उस सोच को हराया जो सोने का चम्मच लेकर लोगों को अपने चरणों में रखती थी. स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि वो व्यक्ति उस सोच का प्रतीक बन गया है.


मुकाबला बराबरी का हो तो जीत महिला की ही होती है


इस भावना को प्रेरित न करें कि महिला तभी सशक्त होगी जब पुरुष को उनकी जगह दिखाई जाएगी. हमारे देश में प्रॉब्लम पुरुष नहीं है प्रॉब्लम सोच है. महिला सशक्त होना चाहती हैं तो प्रेरणा लें. अगर कोई महिला साथ न दे और प्रेरित न करें तो उसे राह का रोड़ा न बनाएं. अपने पर विश्वास रखें तो कोई भी बुलंदी असंभव नहीं है. अगर मुकाबला बराबरी का हो तो जीत महिला की ही होता है.


मैं किसी की प्रेरणास्रोत नहीं बनना चाहती


किसी का प्रोटोटाइप न बनें. आपको अपनी ताकत के दम पर अपना एक अलग इतिहास लिखना है. मैं नहीं चाहूंगी कि मैं किसी की प्रेरणास्रोत बनूं. हर महिला अपने आप में प्रेरण का एक स्त्रोत है. हमें उसे आगे बढ़ाना है. महिला को उसके परिवार के विश्ववास की जरूरत है. अगर उन पर कोई विश्वास कर ले तो वो आसमान छू लेंगी. ऐसी महिलाएं भी है जो कि बिना किसी सहारे इतिहास रचती हैं. प्रधानमंत्री पद की आकांक्षा पर बोला कि जो जन्म देने की ताकत रखती हैं उनसे आप शिखर की परिभाषा पूछ रही हैं.


शाहीन बाग की महिलाएं मोहरा बनीं


महिला अगर आंदोलन में भागीदार बनकर खड़ी हो को उसका पूरा समर्थन होना चाहिए. लेकिन अगर मोहरा बनकर खड़ी हो तो हमें चिंता करने की जरूरत है. एक तिहाई हिस्सेदारी की बात पर बोलीं कि पूरा आसमान हमारा है. महिला लोकल बॉडी से लेकर संसद तक महिलाओं की हिस्सेदारी लगातार बढ़ी है. पिछली सरकार में बाल एवं महिला कल्याण मंत्री एक पुरुष भी रहा. प्रधानमंत्री जी ने कहा कि महिला के नेतृत्व में विकास देश की नहीं हकीकत है.


निर्भया के हत्यारों की फांसी का बेसब्री से इंतजार


मैंने अपने जीवन में किसी की मौत का इतनी बेसब्री से इंतजार किया. हम महिला और बालिकाओं के क्राइम पर जिला-जिला जाकर बेटर पुलिसिंग और बेटर जस्टिस दिलाने के लिए काम करेंगे. लेकिन हमें महिला सुरक्षा की शुरूआत घर से ही करेंगे. क्योंकि अधिकतर महिलाओं पर हिंसा की शुरूआत घर से ही होती है. घर पर जब बच्चा मां को पिटते देखता है तो सोचता है कि शायद औरतों से ही ऐसे ही व्यवहार किया जाता है.


स्टॉकिंग प्यार नहीं क्राइम है


लोगों को लगता है ऑनाइलन स्टॉक प्यार की निशानी है. अगर आप ऐसा करते हैं या फिर अगर किसी महिला का पीछा करते हैं तो प्यार की निशानी नहीं है. यह क्राइम है. अगर आप ऐसे करते हैं तो आपकी जगह सलाखों के पीछे हैं. किसी महिला के साथ कुछ गलत हो रहा है तो उसकी मदद के लिए आगे आएं. थप्पड़ के डायरेक्टर अनुभव सिन्हा का समर्थन करने बोला – मतभेद हो सकता है मनभेद नहीं. हम  एक ही राष्ट्र के हैं. महिला के हित में बोलने वाले ऐसे लोगों का समर्थन करती हूं जो मेरे खिलाफ भी बोल देते हैं.


उन्होंने हिंदी में अग्निपथ को और अंग्रेजी में गॉडफादर अपनी फेवरेट फिल्म बताया. फेवरिट नेता के सवाल पर बोलीं कि मैं पॉलिसी में बदलाव लाना चाहती हूं. बीजेपी परिवार है तो एक फेवरिट बताना मुश्किल है. संगठन से प्रेरणा मिलती है.