हिंदुस्तान शिखर समागम : एक मंच पर स्वरा भास्कर, तिग्मांशु धुलिया और जीशान अयूब

हिंदुस्तान शिखर समागम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने 22 करोड़ जनता के लिए किया. हम तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं. पहले साल हमने किसानों पर केंद्रित रखा.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 22 Feb 2020 05:57 PM
अभिनेता जीशान अयूब ने शाहीन बाग में कहा कि शाहीन बाग के लोग ही तय करेंगे कब हटेंगे. 'हिन्दुस्तान शिखर समागम' उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में लोगों ने एक साथ तय किया कि प्रदर्शन करेंगे. अब वे ही तय करेंगे कि कब जाएंगे. जीशान अयूब ने कहा कि कई अन्य रास्ते भी वहां बंद हैं. पुलिस ने सुरक्षा के नाम पर रास्ते बंद कर रखे हैं. लेकिन वहां शाहीन बाग और जामिया में तब भी गोली चल गई. शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों पर आरोप लगाना कि उन्होंने रास्ता बंद कर रखा है, यह गलत है. शाहीन बाग का मैं प्रतिनिधि नहीं हूं.
'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने कहा कि एनपीआर और एनआरसी के बिना सीएए का भारतीय लोगों से कोई लेना देना नहीं है. आज सरकार कह देगी कि एनपीआर और एनआरसी नहीं लाएंगे तो सीएए का विरोध अपने आप बंद हो जाएगा. स्वरा भास्कर ने कहा कि एनआरसी में कई ऐसे प्रावधान हैं जो डराते हैं. सरकार ने असम में एनआरसी लाया और इसका परिणाम सबके सामने है.
'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में तिग्मांशु धुलिया ने मौजूदा स्थिति पर कहा कि मैं राजनीतिक विश्लेषक नहीं हूं. मैं फिल्म निर्माता हूं. मैं राजनीतिक जानकारी रखता हूं.
विवादित पोस्टर पर अभिनेता जीशान अयूब ने कहा कि एक दो लोग हो सकते हैं. कोई भी हिंसा नहीं चाहता है. शरजील इमाम के विवादित बयान को लेकर जीशान ने कहा कि शरजील इमाम ने किया उसके लिए गिरफ्तार कर लिया है. मैं उसके बयान से सहमत नहीं हूं. गिरफ्तार होना बिल्कुल ठीक है. जो लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं उनसे नहीं जोड़ा जा सकता है. गिरफ्तार किया जाना चाहिए. लेकिन देशद्रोह का केस मुझे ज्यादा लगता है.
'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि गृह मंत्री ने बार-बार समुदाय विशेष को लाने की बात की. सीएए को एनपीआर और एनआरसी से अलग करके नहीं देख सकते. तीनों को जोड़कर ही देखना होगा.
'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में फिल्म निर्माता और निर्देशक तिग्मांशु धुलिया ने कहा कि मैंने ढाई सालों में बोलना थोड़ा कम किया. कभी-कभी रहा नहीं जाता तो बोल देता हूं. सरकार के पास मेरा पैसा फंसा है.
'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में फिल्म निर्माता और निर्देशक तिग्मांशु धुलिया ने कहा कि मैंने ढाई सालों में बोलना थोड़ा कम किया. कभी-कभी रहा नहीं जाता तो बोल देता हूं. सरकार के पास मेरा पैसा फंसा है.
'हिन्दुस्तान शिखर समागम' में फिल्म जगत की तीन बड़ी हस्तियां स्वरा भास्कर, तिग्मांशु धुलिया और जीशान अयूब पहुंचे. स्वरा भास्कर ने कहा कि हमने वैलेंटाइन डे 14 फरवरी को कैंपेन शुरू किया. यह किसी सरकार राजनीति दल का इवेंट नहीं था. कला में नफरत की कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि इस इवेंट में सभी तरह के लोग थे. हमारा फोकस कला पर था.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजनीति में भाषाई मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए. सभी को निजी टिप्पणी करने से बचना चाहिए. कई बार क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली की राजनीति में 'भगवान हनुमान की एंट्री' पर कहा कि अच्छी बात है कि हर व्यक्ति हनुमान चालीसा पढ़ेगा. बल और बुद्धि में वृद्धि होती है. हर एक व्यक्ति को श्रद्धावान होना चाहिए. ये देश के राजनीतिक एजेंडे में बदलाव का संकेत है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोगों को किस प्रकार की आजादी और कौन सी आजादी चाहिए. इन्हें गांधी की आजादी चाहिए या गोडसे की. उत्तर प्रदेश में हर व्यक्ति सुरक्षित है. जो लोग गोली मारने के लिए आ रहा है, तो कहीं से तो गोली चलेगी.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में 'गोली मारो...' जैसे बयान पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाषण के लहजे में तुकबंदी होती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हर एक वर्ग के लिए काम किया है. योजनाओं में किसी की जाति और धर्म को नहीं देखा जाता है. पीएम मोदी ने कहा था कि विकास सभी का होगा.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि समाजवाद शब्द अगर वास्तविक रूप में देखेंगे तो सामाजिक न्याय का प्रयाय था और यूपी को केंद्रित करके देखेंगे तो यह परिवारवाद था. सामाजिक न्याय एक संन्यासी ही दे सकता है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती निकाली. 69 हजार शिक्षक की भर्ती थी. जब इसका परिमा 1 लाख 5 हजार लोगों ने आवेदन किया. कुल 41 लोगों ने क्वालिफाई किया. सभी को ट्रेनिंग देने के बाद नौकरी दी गई. इस बार 69 हजार के लिए पांच लाख लोगों ने आवेदन किया है. मामला कोर्ट में है. प्रदेश सरकार की तरफ से कोई दिक्कत नहीं है. मैरिट और योग्यता को आधार बनाना चाहते हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमें उत्तर प्रदेश पर गौरव होना चहिए. हमें गर्व होना चाहिए कि भगवान राम और कृष्ण यहां पैदा हुए. गंगा का प्रवाह सबसे ज्यादा इस प्रदेश में है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला उत्थान के लिए हमने कई कदम उठाए हैं. पहली से ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई के लिए छात्राओं को पैकेज दिया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर का आर्थिक विकास और प्रति व्यक्ति आय पर असर पड़ता है. उत्तर प्रदेश एक लाख करोड़ से ज्यादा का निर्यात केवल MSME सेक्टर से कर रहा है.
हिंदुस्तान शिखर समागम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा एक्सपोर्ट बढ़ा है. ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देना मकसद है. हमने कई योजनाएं प्रारंभ की है. इस बजट में युवाओं पर अधिक केंद्रित किया गया है. हर एक जनपद में यूथ हब बनाएंगे.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे को जोड़ेंगे. दिल्ली से चित्रकुट की दूरी पांच घंटे में पूरी होगी. सपने को साकार करने के लिए जज्बा चाहिए.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दूसरे वर्ष हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया और एक साथ तीन एक्सप्रेस वे पर काम शुरू किया. अखिलेश यादव ने बिना जमीन के टेंडर निकाल दिया था. उत्तर प्रदेश में पैसे की कमी नहीं है. यूपी में इतनी ताकत है कि पूरे देश को बैठा कर खिला सकता है. पूर्वांचल एक्सप्रेस दिवाली से पहले समर्पित करूंगा.
योगी आदित्यनाथ ने हमने तीन एक्सप्रेस वे दिया. पांच ट्रिलियन इकोनॉमी बनाने के लिए यूपी बड़ा योगदान दे रहा है. जो अखिलेश यादव के लिए असंभव था, उसे हमने संभव किया.
हिंदुस्तान शिखर समागम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे. सीएम योगी ने कहा कि हमने 22 करोड़ जनता के लिए किया. हम तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं. पहले साल हमने किसानों पर केंद्रित रखा. कर्ज माफी से लेकर, आधुनिक तकनीक मुहैया कराने तक काम किया. किसान की आय दोगुनी करने की तरफ कदम उठाए.
जय श्रीराम नारे के विवाद पर अखिलेश यादव ने कहा- वो लड़का रोजगार मांगने आया था, मैंने तो उसे मारने से बुलाया. आप लोग जय श्री राम बोलते हैं सीता-राम क्यों नहीं बोलते हैं. हम ने काम को पकड़ा हुआ है. हमने ऐसा एक्सप्रेस वे बनाया कि जिस पर हर्कुलिस विमान उतर सकता है. योगी सरकार में जो शौचालय बने उनमें पानी तक नहीं आ रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा- हमारे मुख्यमंत्री जी खुद की जानकारी का मजाक बनवा रहे हैं. अभी उनकी किताब लॉन्च हुई, उसमें लिखा है कि सैफ्रॉन सोशलिस्ट. आप ऐसा लिखकर क्या कहना चाहते हैं ? सैफ्रॉन सोशलिस्ट कहना संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ है. ऐसा करके मुख्यमंत्री जी संविधान की अवमानना कर रहे हैं. बीजेपी के लोग जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं ऐसी भाषा गलत है. कभी कहते हैं कि बदला लेंगे, कभी कहते हैं कि ठोंक देंगे. किसे ठोक देंगे ? हर कोई एक दूसरे ठोंक रहा है.
अखिलेश यादव ने कहा- हम काम पर बात करना चाहते हैं, बात इस पर होनी चाहिए कि सबसे पहले हाईवे कौन बना सकता है. प्रदेश में इतनी बड़ी बिजनेस कॉन्फ्रेंस हुई. प्रधानमंत्री जी आए, राष्ट्रपति जी आए लेकिन कितना विकास हुआ ये बताओ. एमओयू तो किसी के भी साथ कर सकते हैं. बीजेपी वाले सपा सरकार के काम को अपना बता रहे हैं. समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस वे से समाजवादी हटा दिया और उसे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे कर दिया. हम समाजवादी पार्टी के लोग समझाते हैं लेकिन बीजेपी वाले बहकाते हैं.
अखिलेश यादव ने कहा- समाजवादी पार्टी के लोग एनपीआर में फॉर्म ही नहीं भरेंगे. मैं नागरिकता कानून के पक्ष में नहीं हैं. हम ऐसे काम के पक्ष में नहीं जो समाज को बांटता हो. हमारी पार्टी आंदोलन कर रही है. देश में सबकी गिनती होनी चाहिए, आबादी के हिसाब के गिनती हो. जिस दिन जाति आधारित जनगणना हो जाएगी, हिंदू-मुस्लिम हो जाएगा.
अखिलेश यादव ने कहा- यह कार्यक्रम 22 तारीख को है, इसलिए मैं आया हूं क्योंकि हमें साल 2022 में सरकार बनानी है. मैं दिल्ली की जनता को बधाई देता हूं कि उन्होंने नफरत और जहर फैलाने पर वोट नहीं दिया. विकास और दिल्ली को आगे ले जाने पर काम किया. मैं कहता था कि काम बोलता है दिल्ली में काम बोला है. और अब उत्तर प्रदेश में भी काम बोलेगा.
असदुद्दीन ओवैसी ने और बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी के बाद अब हिंन्दुस्तान शिखर समागम के मंच पर होंगे सपा प्रमुख अखिलेश यादव. अखिलेश यादव के परिचय की बात करें तो वे 2012 से 2017 तक यूपी के मुख्यमंत्री रहे. साल 2000 में पहली बार कन्नौज से सांसद बने. 2019 में आजमगढ़ में सांसद बने, 4 बार के सांसद हैं. सत्ताधारी बीजेपी को तमाम मुद्दों पर निशाने पर लेते रहते हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- इस देश को एनआरसी की जरूरत नहीं है, ये सबको लाइन में लगाना चाहते हैं.
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- जिन्ना वाली आजादी की बात क्यों होती है? गिरिराज सिंह के बयान में कोई दिक्कत नहीं है. भाई बनकर चाचा खा रहे हैं और भाई-चारे की बात कर रहे हैं. सभी भाई जान सावधान हो जाओ. जिन्ना वाली आजादी की बात करने वाली सोच अभी जिंदा है. अगर ऐसी सोच है तो उन लोगों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- असम में 13 लाख गैर मुस्लिमों को बीजेपी बचाना चाहती है. एनपीआर और एनआरसी मुस्लिम विरोधी हैं. मजहब के नाम पर सीएए बनाया गया और अंतरराष्ट्रीयकरण किया गया. एनपीआर और एनआरसी सिटिजनशिप एक्ट में है. एनपीआर होगा तो एनआरसी होगी ही. असम का ये उदाहरण पूरे देश में लागू करना चाह रहे हैं.
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- अभी एनआरसी को लेकर ड्राफ्ट भी तैयार नहीं है. लेकिन उस पर चर्चा हो रही है. सरकार ने साफ किया है कि अभी तक कोई बात नहीं है, लेकिन इनकी समस्या है कि यह चाहते हैं कि हम लिख दें कि कभी नहीं होगी.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- अगर नरेंद्र मोदी ने सुधांशु त्रिवेदी को 2024 तक मंत्री नहीं बनाया तो यह पक्का शायर बन जाएंगे. और मुझे यह भी पता है कि वो बनाएंगे नहीं. असम में एनआरसी हुआ जिसमें 19 लाख लोगों के नाम नहीं आए. इसमें 14 लाख गैर मुस्लिम थे और पांच लाख बांग्ला बोलने वाले मुस्लिम हैं. बीजेपी सीएए के जरिए 14 लाख लोगों को नागरिकता देना चाहती है. असम में मुख्यमंत्री ने यही बात कही. यही काम पूरे देश में करना चाहते हैं. एनपीआर ना सिर्फ मुस्लिम विरोधी है, बल्कि दलित विरोधी है, हिंदू विरोधी है और गरीब विरोधी है.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- शाहीन बाग को तो बीजेपी ने भी चुनाव में मुद्दा बनाया था लेकिन कितनी सीटें आयीं? इसका मतलब है कि बीजेपी शाहीन बाग के मुद्दे पर चुनाव हार गई. योगी भी दिल्ली गए और कहा कि बोली से नहीं मानेंगे तो गोली से मानेंगे. शाहीन बाग में लोग संविधान को बचाने निकले हैं.
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- शाहीन बाग का आंदोलन विचित्र आंदोलन है. शाहीन बाग में चार पांच हजार लोग बैठे हैं लेकिन चार पांच प्रतिनिधि नहीं चुन पा रहे हैं. ना लिखित मांगे और ना ही कोई प्रतिनिधि हैं. हनुमान चालीसा पढ़कर चुनाव जीतने वाले भी शाहीन बाग नहीं गए.
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- मैक्सिको में जो दीवार बनाते हैं. वह हमको समझाये ये ठीक नहीं. जो मैक्सिको में दीवार बनाते हैं और पैन इस्लामिक आतंकवाद की बात करते हैं उनके लिए यही कहूंगा कि पर उपदेश कुशल बहुतेरे.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- अमेरिका को अगर अपना दोस्त मानते हैं तो अमेरिका ने ड्रोन्स तालिबान को मार गिराते हैं. लेकिन हम ये क्यों नहीं पूछते कि अभी तक हाफिज सईद को क्यों नहीं मारा. अमेरिका की संसद में आर्टिकल 370 पर चर्चा हुई. अब अगर अमेरिका से आकर उनका प्रेसिडेंट कहेगा कि आपके यहां धार्मिक स्वतंत्रता की कमी है. अमेरिका को दोस्त समझ कर हम गलती कर रहे हैं. हमारी विदेश नीति क्या है कोई बताए. अमेरिकी में मोदी ट्रंप से इतनी बार गले मिले लेकिन मिले कुछ नहीं.
वहीं सुधांशु त्रिवेदी बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद हैं. बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह के राजनीतिक सलाहकार रहे. सुधांशु त्रिवेदी मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट हैं. सहप्रभारी रहते हुए 2019 में राजस्थान की सभी सीटों पर जीत दिलाई. राजनीतिक विश्लेषण और जाति समीकरणों की गहरी समझ है.
गौरव वल्लभ और मनोज झा के बाद शिखर सम्मेलन के मंच पर असदुद्दीनओवैसी और सुधांशु त्रिवेदी आएंगे. असदुद्दीन ओवैसी की बात करें तो वे AIMIM पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. 1994 से 2003 तक सयुक्त आन्ध्र प्रदेश के विधायक थे. लगातार 4 बार से 2004 से हैदराबाद के सांसद है. AIMIM का प्रभाव हैदराबाद और आसपास के मुस्लिम बहुल इलाके में है. ओवैसी के नेतृत्व में AIMIM तेलंगाना से बाहर महाराष्ट्र और बिहार में पैठ बना रहा है.
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा- 2015 के चुनाव में भारत के प्रधानमंत्री गए थे और ऐतिहासिक भाषण दिया था. भीड़ से चुनाव नहीं जीते जाते, बिहार में प्रधानमंत्री की रैलियों में भीड़ बहुत आयी लेकिन नतीजा क्या हुआ. मैंने चुनाव लड़ा वहां भी प्रधानमंत्री आए, भीड़ बहुत हुई लेकिन वहां सीएम चुनाव हार गए. कांग्रेस बिहार चुनाव के लिए सकारात्मक तैयारी कर रही है. अभी तो उन्होंने सिर्फ लिट्टी चोखा खाया है हो सकता है कुछ दिनों में भोजपुरी में ट्वीट भी कर दें. लेकिन जनता सब समझती है.
प्रशांत किशोर को लेकर पूछे गए सवाल पर आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा- टीवी के स्टूडियो में अगर चर्चा हो तो प्रशांत किशोर सबसे बड़ा चेहरा हैं. बिहार ने हमेशा इतिहास में टर्निंग प्वाइंट दिए हैं. 2015 में अगर लालू जी और नीतीश जी साथ नहीं आते तो 100 प्रशांत किशोर भी उस रूप में चुनाव नहीं जिता पाते. हमें मिथ से बाहर निकलना पड़ेगा. जिस दिन प्रशांत किशोर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे और सरकार को घेर रहे थे. और साथ ही कहते रहे कि नीतीश कुमार चाहें तो इस फ्रंट को लीड कर सकते हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा- पाकिस्तान से रोज तुलना होती है लेकिन उसकी कोई औकात ही नहीं है. क्या सरकार में बैठे किसी व्यक्ति ने कहा कि चीन की जीडीपी कितनी है ? वहां रोजगार कितना है? आप युवाओं को रोजगार दिलाओ कोई पाकिस्तान जिंदाबाद नहीं करूंगा. आप बात करते हैं तो नेहरू, राजीव, इंदिरा गांधी और राहुल गांधी का नाम लेते हैं. जब राहुल गांधी पीएम बनेंगे तो खुले मंच से जवाब देंगे, लेकिन अभी तो नरेंद्र मोदी जी को जवाब देना चाहिए.
आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा- मैं मानता हूं कि इसमें से कई काम पहले भी हो चुके हैं. आज देश का माहौल ऐसा क्यों है कि पोलियो की दवा देने वालों का भी विरोध दिया है. मैं नहीं मानूंगा कि हम जैसे लोगों ने शाहीन बाग को जन्म दिया. जब आंचल परचम बनता है तो ऐसा ही होता है. आज पूरे देश में आंकडों को लोगों में डर का माहौल है. पूरे देश में आंदोलन हो रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश के अलावा पूरे देश में कहीं हिंसा हुई. अगर हिंदुस्तान में देशभक्ति कोई पैमाना हो तो सरकार नाम ले, उनका कम निकलेगा हमारा ज्यादा.
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा- नागरिकता देने का काम तो पहले से ही हो रहा है तो फिर ये कानून बनाने की जरूरत क्या पड़ी? जरूरत सरकार को इसलिए पड़ी क्योंकि ये देश को बांटना चाहते हैं और राजनीति करना चाहते हैं. उद्धव ठाकरे ने कहा है कि सीएए को हम लागू नहीं होने देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि एनपीआर को संशोधित होकर लागू करेंगे. हमें अर्थव्यस्था पर बात करनी चाहिए कि या यह सब बात करनी चाहिए.
आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा- पिछले पांच वर्षों में देश की फिजा जहरीली हो गई है. अगर हम अपने अभी के सत्ता पक्ष के भाषा और भाव देखें तो हमारी ऐसी भाषा और भाव नहीं हो सकती. सीएए पर सरकार हम लोगों को बौद्धिक दिवालिया समझती है. हमें भी पता है कि यह नागरिकता देने का कानून है ना कि लेने का. अगर सरकार की ओर से यह तर्क दिया जाता है कि यह संसद से पास कानून है तो आपातकाल भी संसद से पास कानून था. लेकिन अगर सरकार नहीं चाहती कि भारत की हालत सीरिया जैसी ना हो तो यह कानून वापस ले लेना चाहिए.
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा- जो भूतपूर्व मंत्री गांधी जी को ड्रामेवाज कहते हैं वो देश के हितैशी नहीं हो सकती. जो बीजेपी की सांसद महात्मा गांधी को देशद्रोही और नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताती है तो वो देश के विकास के लिए काम नहीं कर सकते. रोजगार का मुद्दा हो या महिलाओं का मुद्दा हो इन सब बहस नहीं हो पाएगी.
गौरव वल्लभ के कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं, गौरव वल्लभ पीएचडी है और मीडिया में कांग्रेस का पक्ष मुखरता से रखते हैं. पेशे से गौरव वल्लभ फाइनेंस के प्रोफेसर हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में भी कार्य कर चुके हैं. 2019 में झारखंड के जमशेदपुर ईस्ट से चुनाव हार गए थे. वहीं मनोज झा की बात करें तो अप्रैल 2018 में बिहार से आरजेडी के राज्यसभा सांसद चुने गए. मूल रूप से बिहार के सहरसा के रहने वाले है, डीयू में प्रोफेसर हैं. आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं और टीवी पर पार्टी का पक्ष रखते हैं. आरजेडी नेता और बिहार विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के करीबी हैं. अपने तर्कों और आंकड़ों से भारतीय राजनीति का परिचित चेहरा बने.
स्मृति ईरानी ने कहा- आर्थिक स्तर पर बहुत सारी चुनौतियां लेकिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट के बाद हर क्षेत्र के लोगों से अलग अलग शहरों में जाकर मिल रही हैं. प्रधानमंत्री ने खुद कहा कि इस बजट सत्र में सिर्फ इकोनॉमी की बात होगी लेकिन विपक्ष इस पर बात नहीं कर सकता. पांच ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था सिर्फ मोदी का सपना नहीं है यह पूरे देश का सपना है. हम ऐसे बड़े सपने का मजाक क्यों उड़ाएं.
ट्रोलिंग के सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा- जब हम सेलिब्रिटी के तौर पर सोशल मीडिया पर जाते हैं तो हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमेशा इंसान की झोली में प्यार नहीं आएगा. पत्थर खाने की भी आदत होनी चाहिए. कुछ लोग भाषा की मर्यादा नहीं रखते लेकिन उन्हें सुधारना मेरा काम नहीं है.
स्मृति ईरानी ने कहा- आज से छह साल पहले जब महिला काम करना चाहती थी तो कहा जाता ता कि तुम्हारी सीमा है उससे ज्यादा नहीं कर सकती. महिलाओं को उनके काम के लिए लोन नहीं मिलता था. लेकिन मुद्रा योजना के तहत लाखों महिलाओं ने खुद से बैंक में अपना बिजनेस प्रपोजल दिया. मोदी सरकार ने ऐसे ऐसे समाधान दिए हैं जिससे महिला सिर उठाकर जी सकती है.
स्मृति ईरानी ने कहा- पिछले दो दिनों में प्रधानमंत्री मोदी ने अजमेर शरीफ में चादर चढ़ाई लेकिन कितनी बड़ी खबर बनी? लेकिन राम लला ट्रस्ट के लोगों से प्रधानमंत्री मिले तो बहुत बड़ी खबर बनी.
स्मृति ईरानी ने कहा- हमने रिश्तों को कभी धर्म के आधार पर नहीं देखा. मैं हेडलाइन के पीछे नहीं भागती, मैं काम के पीछे भागती हूं. मैं मतभेद में विश्वास करती हूं लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए. तापसी पन्नू की एक फिल्म आने वाली है घरेलू हिंसा पर. अनुभव रोज हमारी आलोचना करते हैं. लेकिन उनकी फिल्म घरेलू हिंसा पर आधारित है, इसलिए मैं उसका समर्थन करती हूं. मतभेद होना चाहिए लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए.
स्मृति ईरानी ने कहा- नरेंद्र मोदी सिर्फ उनके प्रधानमंत्री नहीं जिन्होंने वोट दिया वे उनके भी प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने वोट नहीं दिया. नरेंद्र मोदी ने पहले जब अमेठी में फैक्ट्री का एलान किया तब मैं वहां सांसद नहीं थी. राजीव गांधी के नाम पर एक संस्थान चल रहा है, यूपीए में उसके लिए पैसा नहीं दिया गया. लेकिन मोदी सरकार ने उसके पैसा दिया. विरोधी नहीं चाहते कि बीजेपी और अल्पसंख्यक साथ आएं. इससे कांग्रेस और उनके सहयोगियों को फायदा होगा.
स्मृति ईरानी ने कहा- उन्हें क्या समझाऊं जो पीएम मोदी की हत्या की बात करते हैं. उन्हें क्या समझाऊं जो कहते हैं कि 15 करोड़ सौ करोड़ पर भारी हैं. मोदी का कत्ल होगा, वहां ऐसा बुलवाया जा रहा है. देश की आहूति देने की योजना बना रहें लेकिन आप स्वाहा होंगे.
शाहीन बाग के प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- जब गोद में खेलते बच्चों से कहा जाता है कि कहो प्रधानमंत्री का कत्ल कर देंगे, तो वो ममता नहीं है. जब बच्चों से कहा जाता है कि देश के संविधान को नहीं मांनेगे तो यह ममता नहीं है. गोद लिए बच्चे की मौत हो जाए तो यह जिहाद नहीं है. नागरिकता कानून पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों के लिए है. देश की औरतों के लिए है ही नहीं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा- अमेठी की लड़ाई राहुल गांधी के खिलाफ थी ही नहीं. अमेठी की जनता ने दीदी को चुना है. मैं अमेठी के लोगों के लिए बार बार अमेठी जाती हूं. अमेठी के लोगों को मैं नहीं छोड़ सकती. अमेठी में पहली बार सैनिक स्कूल आ रहा है. अमेठी में तीन हजार करोड़ की सड़कें बन रही हैं. अमेठी एक खानदान तक सीमित थी लेकिन अब नहीं है. मैं अमेठी के छोटे सपनों को पूरा करने के लिए चुनी गयी हूं.
थोड़ी देर में शिखर समागम के मंच पर होंगी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और वे देश के मौजूदा हालातों पर अपनी राय रखेंगी. स्मृति ईरानी के परिचय की बात करें तो वे केंद्रीय महिला कल्याण, बाल विकास और कपड़ा मंत्री हैं. अमेठी से पहली बार लोकसभा की सांसद चुनी गई. अमेठी के 3 बार सांसद और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराया. मोदी सरकार-1 में शिक्षा और कपड़ा मंत्री रह चुकी है. राजनीति में आने से पहले अभिनेत्री थीं, 2 बार राज्यसभा सांसद रहीं.

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: देश के राजनीतिक और सामाजिक हालात कों लेकर हिंदुस्तान शिखर समागम आयोजन कर रहा है. इस शिखर समागम में राजनीति, सिनेमा और खेल जगत की मशहूर हस्तियां हिस्सा लेंगी. हिंदुस्तान शिखर समागम में जहां उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ विकास का रोडमैप समझाएंगे. वहीं अखिलेश यादव सरकार के कामकाज को लेकर विपक्ष की सोच बताएंगे. कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी करेंगे.

इस कार्यक्रम की लगातार कवरेज आप एबीपी न्यूज़ पर सुबह 10 बजे से देख सकते हैं. स्मृति ईरानी के अलावा सुबह 10.45 बजे शिखर समागम के मंच पर होंगे कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ और आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा. दोपहर 12.15 बजे एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी और बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी आमने सामने होंगे. दोपहर 12.55 पर सपा मुखिया अखिलेश यादव अपनी बात रखेंगे.

इसके अलावा सिनेमा जगत से दोपहर 2.28 बजे डायरेक्टर तिग्मांशु धूलिया, अभिनेत्री स्वरा भास्कर और अभिनेता जीशान अयूब शिखर समागम के मंच पर होंगे. शाम चार बजे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश और देश के हालात पर चर्चा करेंगे.

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