नई दिल्ली: मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के वायरल वीडियो को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीएसपी सुप्रिमो मायावती और एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के बाद अब बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने अपनी बात रखी है. उन्होंने कहा कि अगर यह वीडियो सच है तो यह निंदनीय है और इस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री ने कहा है, 'अगर यह सच है कि एसपी ने वीडियो में यह बयान दिया है, तो यह निंदनीय है. उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए.' उन्होंने कहा, 'किसी भी स्तर पर हिंसा, पुलिस द्वारा हो या भीड़ द्वारा, यह अस्वीकार्य है. यह लोकतांत्रिक देश का हिस्सा नहीं हो सकता. पुलिस को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो निर्दोष हैं, वे पीड़ित न हों.'
मायावती ने की कार्रवाई की मांग
बीएसपी सुप्रिमो मायावती ने इस मामले को लेकर अपनी बात रखी है. मायावती ने ट्वीट कर लिखा, "उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी अर्थात् CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण.
एक दूसरे ट्वीट कर उन्होंने लिखा, ''ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये. बी.एस.पी. की यह मांग है.''
असदुद्दीन ओवैसी ने क्या कहा?
इसी कड़ी में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा हमला बोला है. असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा, ''मैंने भारत के मुसलमानों में कट्टरता रोकने के लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है. यह अधिकारी मेरे सभी प्रयासों को निष्फल कर रहा है.''
एडीजी प्रशांत कुमार ने किया एसपी का बचाव
इस पूरे मामले में एडीजी प्रशांत कुमार ने एसपी का बचाव करते हुए इसे सजिश का हिस्सा बताया है. प्रशांत कुमार ने कहा कि वायरल वीडियो बीते 20 दिसंबर को मेरठ शहर में हुए उपद्रव के बाद का है. उन्होंने बताया, "इसमें तथ्य यह है कि वहां भारत विरोधी एवं पड़ोसी देश के जिंदाबाद के नारे लग रहे थे और कुछ लोग पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के आपतिजनक पर्चे बांट रहे थे."
उन्होंने कहा कि इस सूचना पर नगर पुलिस अधीक्षक (एसपी सिटी) और अपर जिला अधिकारी (एडीएम) सिटी मौके पर गए थे. उन्होंने उपद्रवियों से कहा था 'आप जाना चाहते हैं तो कहीं भी जाएं, लेकिन यहां उपद्रव न करें."
उन्होंने कहा कि "घटना के एक सप्ताह बाद इस तरह के वीडियो वायरल होना विशेषकर जब कल शुक्रवार को शांति थी, एक साजिश का हिस्सा है, ताकि यहां के हालात सामान्य न हो पाएं."
वायरल वीडियो में क्या है?
वायरल वीडियो में हाथ में डंडा और हेलमेट पहने हुए अफसर बॉडी प्रोटेक्टर जैकेट पहनकर गली में जाते दिखाई पड़ रहे हैं. वह मोबाइल से वीडियो बनाते हुए गली में वापस मुड़ते हैं. एक समुदाय के लोगों से कहते हैं कि जो हो रहा है वह ठीक नहीं है. इस पर वहां खड़ा एक व्यक्ति कहता है कि 'जो लोग माहौल बिगाड़ रहे हैं, वे गलत हैं.' इस पर अफसर कहते हैं कि 'उनको कह दो वे पाकिस्तान चले जाएं. कोई गलत बात मंजूर नहीं होगी.'
इस दौरान उन्होंने कहा, "यह गली मुझे याद हो गई है. जो एक बार याद कर लेता हूं तो उसे भूलता नहीं हूं. एक-एक आदमी को जेल भेज दूंगा. सुन लिया न."
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