लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में जिंदा जलाई गई गैंगरेप पीड़िता के परिजनों के लिए यूपी सरकार ने मदद का एलान किया है. सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दिवंगत पीड़िता के परिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. साथ ही सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर और मामले की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का आश्वासन परिवार को दिया है.


इससे पहले परिजन से मुलाकात करने पहुंचे मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और क्षेत्रीय सांसद साक्षी महाराज का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेराव कर नारेबाजी की. उत्तर प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण और सांसद साक्षी महाराज जब बिहार थाना क्षेत्र स्थित पीड़िता के गांव में उसके परिजन से मिलने पहुंचे तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका पुरजोर विरोध किया.


पुलिस सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस दौरान जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो उन्होंने विरोध किया. सूत्रों ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा और दोनों मंत्रियों तथा सांसद को पीड़िता के घर पहुंचाया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्री मौर्य और कमल रानी वरुण को दिवंगत पीड़िता के परिजन से मुलाकात के लिये भेजा था.


पीड़ित परिवार से मिलने उन्नाव पहुंचे मंत्रियों और साक्षी महाराज के खिलाफ प्रदर्शन, वापस जाओ के नारे लगे


23 वर्षीय पीड़िता को गुरुवार तड़के बलात्कार के दो आरोपियों सहित पांच लोगों ने जला दिया था. करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाया गया था और यहां सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उपचार के दौरान शुक्रवार देर रात उसने दम तोड़ दिया था. डॉक्टर ने कहा, ‘‘पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता की मौत गंभीर रूप से जलने की वजह से हुई.’’


एम्बुलेंस के जरिये पीड़िता का शव उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले स्थित उसके गांव ले जाया गया. उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के भाई ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘उसकी बहन को तभी न्याय मिलेगा जब सभी आरोपियों को वहीं भेजा जाएगा 'जहां वह चली गई'.’’


उन्होंने कहा, ‘‘ उसने मुझसे कहा भाई मुझे बचा लो. मैं दुखी हूं, मैं उसे बचा नहीं सका.’’ पीड़िता के भाई ने कहा, ‘‘आरोपियों को या तो मुठभेड़ में मार गिराया जाना चाहिए या फांसी देनी चाहिए. उन्हें जिंदा रहने का अधिकार नहीं है. हम यहां से उन्नाव जाएंगे. आरोपियों ने उसे जला तो पहले ही दिया और अब हम उसे दफन करेंगे.’’


उन्नाव पीड़िता की मौत उस दिन हुई जिस दिन हैदराबाद पशु चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के चार आरोपियों को तेलंगाना पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को आग के हवाले तब किया गया जब वह अदालत में मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी. दोनों ही घटना को लेकर देशभर में लोग आक्रोशित हैं और कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा रहे हैं.


उन्नाव की लड़की की मौत की खबर के बाद अखिलेश यादव विधानभवन के मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठ गए. उन्होंने इसे काला दिन करार देते हुए इस घटना के लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया और ऐलान किया कि इस घटना के खिलाफ रविवार को समाजवादी पार्टी प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर शोक सभा का आयोजन करेगी. वहीं प्रियंका गांधी उन्नाव जाकर पीड़िता के परिजनों से मिलीं.


रेप की घटनाओं पर SP सांसद डॉ एसटी हसन बोले- बलात्कारियों को जिंदा जमीन में दफनाया जाए


उन्नाव पीड़िता के परिवार से मिलीं प्रियंका गांधी, कहा- सीएम को घटना की जिम्मेदारी लें और कुछ करें