बजट 2018 का काउंटडाउन शुरूः वित्त मंत्री ने हलवा सेरेमनी के तहत हलवा बांटा
हलवा सेरेमनी के होने के साथ ही बजट के दस्तावेजों के छापने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इससे जुड़े सारे अधिकारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिटिंग प्रेस में अगले कुछ दिन तक किसी बाहरी संपर्क के बिना रहेंगे.
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नई दिल्लीः देश का बजट आने में बस 11 दिन बाकी हैं और बजट से पहले की सबसे पहली पारंपरिक रीति हलवा सेरेमनी पूरी हो गई. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज खुद बजट से जुड़े कर्मचारियों और वित्त अधिकारियों को हलवा बांटा. इस हलवा सेरेमनी के होने के साथ ही बजट के दस्तावेजों के छापने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. इससे जुड़े सारे अधिकारी नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिटिंग प्रेस में अगले कुछ दिन तक किसी बाहरी संपर्क के बिना रहेंगे.
संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होने वाला है. हलवा सेरेमनी के बाद बजट दस्तावेजों की छपाई बड़ी ही गुप्त प्रक्रिया होती है और इसको लेकर किसी भी तरह की खबर लीक होने नहीं दी जाती है.
क्या है हलवा सेरेमनी बजट पेश होने से पहले एक अहम हलवा सेरेमनी होती है जिसके बाद आधिकारिक तौर पर बजट छपाई के लिए भेजा जाता है. वित्त मंत्री अरुण जेटली का ये 5 वां बजट है और वो उन्होनें 5वीं बार हलवा सेरेमनी अटैंड की है. हर साल बजट पेश होने से पहले हलवा सेरेमनी होती है जिसके पीछे कहा जाता है कि हर शुभ काम की शुरुआत मीठे से करनी चाहिए और भारतीय परंपरा में हलवे को काफी शुभ माना जाता है. हलवा सेरेमनी के तहत मौजूदा वित्त मंत्री खुद बजट से जुड़े कर्मचारियों, बजट की छपाई से जुड़े कर्मचारियों और वित्त अधिकारियों को हलवा बांटते हैं. इस हलवे के बनने और बंटने के बाद ही बजट के दस्तावेजों के छापने की प्रक्रिया शुरू होती है.
#Delhi : The ritual 'Halwa Ceremony' attended by Finance Minister Arun Jaitley at the Ministry of Finance. The annual ceremony is observed before the commencement of the process of printing of budget documents. pic.twitter.com/sM6o42tFGi
— ANI (@ANI) January 20, 2018
अधिकारियों को नहीं होती किसी से मिलने की इजाजत बजट पेश करने के लिए आर्थिक जानकारों, अधिकारियों की पूरी टीम काम कर रही है. बजट छपने की प्रक्रिया के शुरू होने से लेकर बजट के संसद में रखे जाने तक इन अधिकारियों को किसी से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं होती है. इसके तहत नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिटिंग प्रेस में अगले कुछ दिन तक वित्त मंत्रालय के करीब 100 कर्मचारी रहते हैं. उन्हें फोन करने की भी इजाजत नहीं होती और किसी को उनसे मिलने की मंजूरी नहीं होती है.
बजट के छपने और इसके संसद के पटल पर रखने के बीच के दौरान अधिकारियों को अपने परिवार तक से मिलने की इजाजत नहीं होती है. नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में बने प्रिंटिंग प्रेस में इन अधिकारी-कर्मचारियों को लगभग लॉक कर दिया जाता है. यहां केवल एक लैंडलाइन होता है जिसपर इनकमिंग की सुविधा होती है और इसके अलावा उनसे संपर्क करने का कोई तरीका नहीं होता. संपर्क भी केवल आधिकारिक कार्य तक के लिए ही संभव होता है.
1 फरवरी को पेश होगा बजट जेटली एक फरवरी को लोक सभा में बजट पेश करेंगे. वर्तमान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गंठबंधन सरकार का यह आखिरी पूर्ण बजट होगा. वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि नॉर्थ ब्लॉक में हुए ‘हलवा समारोह’ में वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल एवं मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया. मंत्रालय ने कहा, ‘‘केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने नॉर्थ ब्लॉक में आज हलवा समारोह में भाग लिया और इसके साथ ही बजट 2018-19 की औपचारिक छपाई शुरू हो गयी. इस समारोह के बाद मंत्रालय के कई अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों को बजट पेश किये जाने तक घर-परिवार से कटकर मंत्रालय में ही रहना होता है. उन्हें फोन, ईमेल या किसी भी अन्य तरीके से किसी से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं होती है. मंत्रालय के काफी वरिष्ठ अधिकारियों को ही घर जाने की इजाजत होती है.![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
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