नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरूण जेटली आने वाले महीने में इस साल का बजट पेश करेगें. जाहिर है लोग इंतजार कर रहे होंगे की इस बार के बजट में उनके लिए क्या कुछ खास मिलने वाला है. इससे पहले हम आपको बताते हैं कि पिछले बजट में सरकार की मुख्य योजनाएं क्या क्या थीं. आपके लिए बेहद जरूरी है कि आप पिछले बजट को ध्यान में रखें तभी बेहतर तरीके से दोनों बजट का आंकलन कर सकेंगें.


बजट में वित्त मंत्री जेटली ने इनकम टैक्स में मिडिल क्लास को कुछ राहत दी थी. 2.5 लाख से पांच लाख तक की आय पर टैक्स आधा होकर पांच फीसदी किया गया था. 5 लाख से ज्यादा आय पर 12 हजार 785 रु की छूट मिली थी.


भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए राजनीतिक दल के लिए कैश में चंदे की सीमा 2 हजार किया था. बाकी का चंदा बैंकों से बॉन्ड खरीदकर देना होगा. चंदा देने वाले सभी लोगों की पहचान भी जाहिर होगी.


सबसे पहले बताते हैं आपको कि वित्त मंत्री के पिटारे से मिडिल क्लास के लिए क्या निकला था?


- 3 लाख तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा
- 3 से साढ़े तीन लाख तक की जिनकी कमाई है उन्हें 2500 रुपये का टैक्स भरना होगा
- 2.5 से 5 लाख तक की कमाई पर अब टैक्स 10 की जगह 5 फीसदी ही देना होगा


मिडिल क्लास के लिए टैक्स स्लैब में ये तीन अहम बदलाव किए गये थे. हालांकि जिनकी आमदनी 50 लाख से ज्यादा है उन पर सरकार ने कर लगाकर सरचार्ज टैक्स का बोझ बढ़ा दिया था. मिडिल क्लास को हुए फायदे के हिसाब को समझे तो


- अगर आपकी कमाई 3 लाख रुपये तक है तो कोई टैक्स नहीं लगेगा
- 5 लाख तक की सालाना कमाई है तो पहले 20 हजार 600 रुपये देने होते थे लेकिन पिछले बजट के बाद से 12 हजार 875 रुपये देने होंगे यानि 7725 रुपये का फायदा हुआ
- 10 लाख तक वाले को पहले 1 लाख 28 हजार 750 रुपये देने होते थे और पिछले बजट के बाद से 1 लाख 15 हजार 875 रुपये देने होते हैं यानी 12875 रुपये का फायदा हुआ
- इसी हिसाब से 50 लाख तक की आय वाले को 12875 रुपये का फायदा हो रहा है