नई दिल्ली: रेलयात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 1 फरवरी को आने वाले बजट में देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर एस्केलेटर्स्स और लिफ्ट लगाने का प्रावधान किया जाएगा. इससे वृद्ध और शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति समेत सभी यात्रियों को रेलवे स्टेशनों पर ऊंचाई पर चढ़ने उतरने में सहूलियत मिलेगी.
पूरे देश के रेलवे नेटवर्क में कुल 2589 एस्केलेटर्स लगाए जाएंगे, जिनमें कांदिवली, मटुंगा, बांद्रा, चर्चगेट, दादर, एफिफिंस्टन रोड, महालक्ष्मी और योगेश्वरी समेत पूरे मुंबई में 372 स्टकेलेटर लगाने की योजना है.
नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया बड़े पैमाने पर एस्केलेटर्स और लिफ्ट लगाने से प्रति यूनिट लागत में कमी आएगी. उन्होंने बताया कि वर्तमान में एक एस्केलेटर्स पर एक करोड़ रुपये की लागत आती है जबकि एक लिफ्ट पर 40 लाख रुपये खर्च होते हैं.
रेलवे ने हाल ही कहा था कि शहरी और सब-अर्बन इलाकों के रेलवे स्टेशनों पर एस्केलेटर्स लगाने के लिए वहां की आमदनी की जगह रेल यात्रियों की संख्या को मानक बनाया है.
नए मानक के मुताबिक, जिन रेलवे स्टेशनों पर 25,000 या उससे ज्यादा यात्री नियमित तौर पर पहुंचते हैं वहां लिफ्ट व एस्केलेटर्स की सुविधा प्रदान की जाएगी. पहले लिफ्ट व एस्केलेटर्स की सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन की सालाना आय आठ करोड़ रुपये से 60 करोड़ रुपये होना आवश्यक थी.
अधिकारी ने बताया कि इस बार रेल बजट में सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. लिहाजा, शहरी और उपनगरीय इलाकों के सभी प्रमुख स्टेशनों पर सुविधाएं बढ़ाने का फैसला लिया गया है. अगले वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में एस्केलेटर्स लगाने के प्रावधान को अंतिम रूप दिया गया है.
रेल बजट को आम बजट में ही शामिल कर लेने के बाद से पिछले साल से रेल बजट अलग से पेश नहीं किया जाता है. इस बार एक फरवरी को वित्तमंत्री आम बजट में समाहित रेलवे के लिए बजटीय प्रावधान पेश करेंगे.