Indian Agriculture Market:भारत में कृषि क्षेत्र का विकास-विस्तार तेजी से चल रहा है. खेती में आधुनिकीकरण के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नई तकनीक और नई किस्मों इस्तेमाल में लाई जा रही हैं. किसान भी अब परंपरागत खेती को छोड़कर स्मार्ट फार्मिंग पर फोकस कर रहे हैं. अभी तक देश में सिर्फ बडे पैमाने पर खेती की जाती रही है, लेकिन अब सरकार ने किसानों को अपनी उपज बेचने के लिये एशिया का सबसे बड़ा बाजार भारत में ही बनाकर दे दिया है.


जी हां, हरियाणा के गन्नौर में बहुत जल्द फल, फूल, सब्जी और अनाजों का एकल बाजार किसानों को मुहैया करवाया जायेगा. सरकार की इस पहल से 14 राज्यों के करोड़ों किसान टेंशन फ्री होकर अपनी उपज बेचकर अच्छी आमदनी कमा सकेंगे.


सिंतबर होगी शुरुआत
रिपोर्ट्स की मानें तो इसी साल 2022 के सिंतबर माह तक मंडी को किसानों के लिये खोल दिया जायेगा. हरियाणा की इस मंडी की शुरुआत के लिये सरकार और प्रशासन की ओर से लगभग सभी औपचारिकतायें पूरी हो चुकी हैं. जिसके बाद कार्य प्रगति पर चल रहा है. करीब 8 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली मंडी में मुख्यरूप से बागवानी फसलें जैसे- फल, फूल, सब्जियों के साथ-साथ एवं डेयरी उत्पादों की भी बड़ी मात्रा में खरीदे-बेचे जा सकेंगे. 


सुविधाओं का बाजार



  • इस कृषि बााजार को सप्लाई चेन, कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउस, रेल परिवहन और ऑनलाइन मार्केटिंग की सुविधाओं से भी जोड़ा जायेगा.

  • बाजार के अंदर ही किसानों और मंडी में काम करने वाले लोगों के लिये ठहरने, लोडिंग वाहनों की पार्किंग, व्यापारियों के लिये सुविधाजनक दुकानें और रेफ्रिजरेटर गाड़ियों का प्रबंधन भी होगा.

  • इस मंडी में अंतर्राष्ट्रीय बाजार मानकों के अनुसार निर्यात के लिये भी कृषि जिंसों की खरीद-बिक्री की जायेगी.

  • 2 करोड़ टन की क्षमता वाली इस मंडी में फल, फूल, सब्जियां, अनाज, डेयरी प्रॉडक्ट्स का व्यापार किया जा सकेगा.

  • इस कृषि बाजार में मछलियों के लिए अलग से एयर कंडिशनिंग बाजार बनाया जायेगा


 


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