Chilli Crop: बेमौसम बारिश से यहां 20 हजार क्विंटल लाल मिर्च बर्बाद, मुआवजा मांग रहे व्यापारी
बेमौसम बारिश के कारण महाराष्ट्र में 20 हजार क्विंटल मिर्च बर्बाद हो गई है. व्यापारी गवर्नमेंट से जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की मांग कर रहे हैं.
chilli procurement: बारिश ने किसानों की फसलों को बर्बाद कर दिया है. उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. बारिश से नुकसान का खामियाजा मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य स्टेट में भी हुआ है. बारिश की मार महाराष्ट्र के व्यापारियों पर भी पड़ी है. यहां बेमौसम बारिश के कारण करीब 20 हजार क्विंटल लाल मिर्च बर्बाद हो गई है. मंडी समिति का अनुमान है कि करोडों रुपये की मिर्च बारिश के कारण बेकार हो गई है. व्यापारियों को सरकार से राहत की उम्मीद है.
ऐसे बर्बाद हो गई 20 हजार क्विंटल मिर्च
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में नंदुरबार जिले में मिर्च का बड़ा कारोबार है. यहां से मिर्च देश के कई हिस्सों में भेजी जाती है. नंदुरबार जिले की मंडी में व्यापारियों ने बेचने के लिए किसानों से हजारों क्विंटल मिर्च खरीद ली. जगह न होने के कारण मिर्च सूखने के लिए खुले में रखी हुई थी. वहां बेमौसम बारिश पड़ने के कारण करीब 20 हजार क्विंटल मिर्च खराब हो गई है. व्यापारियों का कहना है कि कुल मिर्च का करीब 30 प्रतिशत हिस्सा बर्बाद हो गया है. यह 20 हजार क्विंटल के आसपास है.
किसानों को भी उठाना पड़ा नुकसान
कापफी संख्या में किसान भी मंडी में मिर्च बेचने जा रहे हैं. बारिश पड़ने से पहले काफी किसान सैंकड़ों क्विंटल मिर्च मंडी में बेचने के लिए पहुंचे. उन्होंने खुले में ही मिर्च रख दी. इन किसानों की मिर्च भी बारिश से भीगकर खराब हो गई है. बारिश के चलते सोयाबीन, कपास, मकइ, मूंग समेत फूलों की खेती को भी बारिश से नुकसान हुआ है.
व्यापारी मांग रहे मुआवजा
बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को ही हुआ है. करोडों रुपये की मिर्च खराब हो गई है. व्यापारियों ने गवर्नमेंट से मुआवजे की मांग की है. व्यापारियों का कहना है कि मिर्च को नंदुरबार बाजार समिति में खरीद कर पफुटपाथ पर सूखने के लिए रखा जाता है. बारिश होने के कारण मिर्च को उठा नहीं पाते हैं. इसी वजह से मिर्च खराब हो रही है. गवर्नमेंट जल्द खराब हुई मिर्च का सर्वे करा लें, ताकि उचित मुआवजा व्यापारियों को मिल सके. मिर्च बर्बाद होने के कारण इस बार देश में इसके दाम भी बढ़ने के आसार हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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