Crop Ruined By rain: पहले सूखा, फिर बाढ़ और बाद में आई बारिश ने किसानों की लाखों हेक्टेयर की फसल बर्बाद कर दी है. करोड़ों रुपये की फसल बारिश के कारण बर्बाद हो गई है. किसानों की मदद के लिए हर स्टेट गवर्नमेंट कदम उठा रही है. मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, बिहार, झारखंड आदि स्टेटों में किसान परेशान हैं. अब फसल नुकसान की खराब तस्वीर महाराष्ट्र से सामने आई हैं. इस स्टेट के कई जिलों में किसानों को बहुत नुकसान हुआ है.
अकेले मराठवाड़ा में 12 लाख हेक्टेयर फसल को नुकसान
महाराष्ट्र के कई जिलों की हालत खराब है. अकेले मराठवाड़ा में जून से अगस्त तक बारिश के कारण 12 लाख 49 हजार 731 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है. सितंबर, अक्टूबर में भारी बारिश से किसानों की बची हुई फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ.
इन जिलों में फसलों को हुई अधिक क्षति
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के अलग अलग जिले से फसल नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, औरंगाबाद जिले में 6 लाख 79 हजार 56 किसानों की 4 लाख 43 हजार 943 हेक्टेयर कृषि प्रभावित हुई है. बीड जिले में 7 लाख 87 हजार 799 किसानों की 4 लाख 78 हजार 327 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है. जालना जिले में 5 लाख 67 हजार 826 किसानों की 3 लाख 88 हजार 922 हेक्टेयर कृषि को नुकसान पहुंचा है. परभणी जिले में 4 लाख 61 हजार 407 किसानों की 2 लाख 19 हजार 105 हेक्टेयर कृषि को नुकसान हुआ है.
हिंगोली में 54 हजार 876 किसानों की 12 हजार 360 हेक्टेयर कृषि इफेक्ट हुई है. नांदेड़ के 49 हजार 885 किसानों ने 21 हजार 500 हेक्टेयर कृषि भूमि में फसल चौपट हो गई. लातूर जिले में 16 हजार 948 किसानों ने 14 हजार 942 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में क्रॉप को नुकसान हुआ है. उस्मानाबाद जिले में 2 लाख 59 हजार 19 किसानों की 1 लाख 91 हजार 579 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई. कुल 28 लाख 76 हजार 816 किसान प्रभावित हुए हैं.
किसान मांग रहे सरकार से मदद
फसल नुकसान की मदद किसान सरकार से मांग रहे हैं. किसानों सरकार की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में बारिश से सोयाबीन और कपास की फसल को नुकसान है. किसानों का कहना है कि राज्य सरकार फसल नुकसान का तुरंत सर्वे कराए. इससे उन्हें जल्द से जल्द फसल बीमा और कंपनसेशन मिल जाएगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें-
Paddy Procurement: किसानों की बल्ले-बल्ले! इस स्टेट में MSP का 10 हजार करोड़ रुपए खातों में पहुंचा