Paddy Management: खरीफ फसलें कटकर मंडी पहुंच चुकी है. धान की खरीद हरियाणा समेत अन्य राज्यों में जोर शोर से चल रही है. बिहार में भी 1 नवंबर से धान खरीद शुरू होनी है. ऐसे में वहां डिस्ट्रिक्ट लेवल पर डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. शासन के निर्देश पर धान खरीद का पूरा लेखा-जोखा तैयार कर लिया गया है. इसकी रिपोर्ट सीनियर ऑफिसर को भेजी जा रही है. हालांकि स्टेट गवर्नमेंट का कहना है कि इस बार चावल खरीद पर विशेष जोर रहेगा. एक विशेष किस्म के चावल की खरीद पिछले साल के मुकाबले इस बार दोगुनी कर दी गई है.
उसना चावल खरीदा जाएगा दोगुना
स्टेट गवर्नमेंट 1 नवंबर से उत्तर बिहार और 15 नवंबर से दक्षिण बिहार में धान खरीद करना शुरू कर देगी. इस साल 45 लाख मीट्रिक टन धान और 30 लाख मीट्रिक टन चावल खरीद का लक्ष्य तय किया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चावल में उसना की खरीद पर जोर रहेगा. पिछले साल 33% उसना चावल खरीदा गया था. जबकि इस बार इसे बढ़ाकर 66 परसेंट तक कर दिया गया है.
29 अक्टूबर तक होगी तैयारी पूरी
बिहार के सहकारिता विभाग ने सभी पैक्स और व्यापार मंडल को निर्देश दिए हैं कि 29 अक्टूबर तक धान खरीद की सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए. टूल मशीन, नमी मापने की मशीन, धान को सुखाने वाली मशीन, इक्विपमेंट को दुरस्त कर लिया जाए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में करीब साढ़े 7 हजार पैक्स हैं और व्यापार मंडलों की संख्या 500 है. इन्हीं के माध्यम से स्टेट में धान खरीद की जाएगी. सहकारिता डिपार्टमेंट में अफसरों को इनसे संपर्क करने के लिए कह दिया है.
नहीं हटाई जाएगी धान अंतिम लेयर
स्टेट गवर्मेंट का जोर फोर्टिफाइड चावल खरीद पर अधिक होगा. यह चावल न्यूट्रिशन से भरे होते हैं. इनमें आयरन, विटामिन B12 काफी मात्रा में होता है. स्टेट गवर्नमेंट ने साफ कह दिया है कि चावल की क्वालिटी से किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा. राइस मिलों को निर्देश दिए गए हैं कि चावल की अंतिम ऊपरी लेयर किसी भी सूरत में नहीं हटाई जाएगी. अंतिम लेयर हटाने से चावल में मौजूद न्यूट्रिशन खत्म हो जाते हैं और चावल खाने का अधिक फायदा नहीं होता है. अगर कोई राइस मिल आदेशों के विपरीत काम करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.