Solar Pump Subsidy Scheme: राजस्थान की अधिकतर जमीन कभी असिंचित और बंजर हुआ करती थी, लेकिन आज सोलर पावर सिंचाई पंपों ने खेत-खलिहानों में हरियाली फैला दी है. राज्य के किसानों को अब सिंचाई के लिए बिजली की आपूर्ति पर निर्भर नहीं करना पड़ता, बल्कि सिंचाई के साथ-साथ अपनी बिजली उगाकर अच्छा मुनाफा मिल रहा है. सबसे ज्यादा सोलर पंपों की स्थापित करके राजस्थान देश का पहला सोलर स्टेट बन गया है. राज्य में करीब 59,000 किसानों ने सरकार की सहायता से अपने खेतों में सोलर सिंचाई पंप लगवाए हैं, जिसके लिए 60 प्रतिशत की सब्सिडी भी दी जा रही है.
सोलर सिंचाई पंप को राज्य के हर किसान तक पहुंचाने में प्रधानमंत्री कुसुम योजना ने भी अहम रोल अदा किया है. अभी की स्थिति यह है कि ज्यादातर इलाकों में अब बिजली कनेक्शन और डीजल चलित संयंत्रों या दूसरे वैकल्पिक संसाधनों पर किसानों की निर्भरता काफी कम हो गई है.
उपज के साथ बढ़ी किसानों की आय
राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में खेत-खलिहान हरियाली से लहलहा रहे हैं. सोलर पंप से सिंचाई की लागत कम हुई है और समय पर सही उत्पादन हासिल करने में भी सहयोग मिला है. कई किसान असिंचित-बंजर जमीन पर खेती नहीं कर पाते थे, आज वो भी अपनी आमदनी में इजाफा देख रहे हैं.
मॉडल स्टेट बना राजस्थान
आज खेती में सौर ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा देने और सबसे ज्यादा सोलर सिंचाई पंपों की स्थापना करके राजस्थान ने मॉडल स्टेट का तबका पा लिया है. राज्य में चलाई जा रही सौर ऊर्जा परियोजना के 4 सालों में 59,502 किसानों को सोलर सिंचाई पंप प्लांट स्थापित करने के लिए 982.95 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जा चुका है.साल 2022-23 के कृषि बजट में भी गहलोत सरकार ने 2 साल में 1 लाख किसानों को सोलर सिंचाई पंप प्लांट की स्थापना के लिए 500 करोड़ रुपये के अनुदान का प्रस्ताव किया है.
आधा हो गया खेती का खर्च
जयपुर जिले के भी कई किसानों ने अपने खेतों में सोलर सिंचाई पंप लगवाया है. इनमें गांव मुहाना के धन्नाराम यादव और महादेश भी शामिल है. इन किसानों ने बताया कि 7.5 एचपी का सोलर सिंचाई पंप लगवाने के बाद फसल की समय पर सिंचाई हो जाती है और बिजली-डीजल पर निर्भरता भी खत्म हो गई है. पहले फसल की सिंचाई के लिए बिजली का इंतजान करना पड़ता था. इससे हर महीने 3,000 से 7,000 रुपये महीने का बिजली बिल भी आ रहा था, लेकिन अब बिजली का बिल नहीं बनता और सोलर प्लांट से बिजली उत्पादन करके अच्छी आय भी हो रही है.
कितना अनुदान मिलता है
राजस्थान के कृषि आयुक्त कानाराम ने बताया कि राज्य में एससी-एसटी वर्ग के किसानों को 45,000 रुपये का अनुदान दिया जाता है. वहीं जनजातीय उप-योजना क्षेत्र में एससी वर्ग के किसानों को 3 से 5 HP क्षमता वाले सौर पंप की स्थापना के लिए 100 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है. यदि आप भी राजस्थान के किसान हैं, खुद की जमीन पर खेती करते हैं तो राज किसान साथी पोर्टल पर आवश्यक दस्तावेजों के साथ डायरेक्ट आवेदन कर सकते हैं.
किन किसानों को मिलेगा अनुदान
सोलर सिंचाई पंप प्लांट पर अनुदान का लाभ लेने के इच्छुक किसान के पास कृषि एवं बागवानी फसलों की सिंचाई के लिए ड्रिप, स्प्रिंकलर, मिनी स्प्रिंकलप, माइक्रो स्प्रिंकलर सिस्टन का होना अनिवार्य है. ग्रीनहाउस, पॉलीहाउस, शेडनेट, लो टनल में खेती करने वाले किसानों को भी सोलर सिंचाई पंप पर अनुदान दिया जा रहा है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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