Ornamental Fish Farming: शहरों में रंगीन-सजावटी मछलियां पालने का काफी ट्रेंड है. लोग इसे सीधा गुड लक और सकारात्मकता के नजरिए से देखते हैं, इसलिए घरों के अंगर एक्वेरियम में रंगीन और सजावटी मछलियां पाली जाती हैं और रोजाना उन्हें दाना दिया जाता है. यह शौक अब धीरे-धीरे छोटे शहरों की ओर बढ़ता जा रहा है. खासतौर पर गांव में अब किसानों को रंगीन और सजावटी मछलियां पालने के लिए सरकार आर्थिक मदद भी दे रही है. किसान चाहें तो इस मौके का लाभ लेकर अपने घर के अंदर ही या अलग से यूनिट लगाकर ऑर्नामेंटल फिश फार्मिंग कर सकते हैं.
सजावटी मछली पालन के लिए सब्सिडी
यदि आप भी किसान हैं और खेती के साथ-साथ कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो सजावटी मछली पालन करके अतिरिक्त आमदनी कमा सकते हैं. अच्छी बात यह है कि ऑर्नामेंटल फिश फार्मिंग बेहद ही कम मेहनत का काम है. यदि मछलियां पालने का शौक है तो इस बिजनेस से अच्छा मुनाफा भी ले सकते हैं.
इस बिजनेस में शुरुआती लागत भी कम ही आती है, क्योंकि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत ऑर्नामेंट फिश फार्मिंग यानी सजावटी मछली पालन के लिए आर्थिक मदद दी जाती है. इस स्कीम से महिला लाभार्थियों को 60 प्रतिशत और पुरुष लाभार्थियों को 40 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है.
कितना खर्च-कितना अनुदान
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेकर गांव में सजावटी मछली पालन करना आसान होता है, क्योंकि वहां घर के बैकयार्ड में ज्यादातर जगह खाली पड़ी रहती है. ऐसे में वहां ऑर्नामेंटल फिश फार्मिंग की यूनिट लगाकर संसाधनों का सही इस्तेमाल और अतिरिक्त आय ले सकते हैं.
यदि छोटी यूनिट लगा रहे हैं तो कुल लागत पर 3 लाख रुपये, मीडियम यूनिट पर 8 लाख रुपये और बड़े लेवल पर ऑर्नामेंटल फिश फार्मिंग के लिए 25 लाख रुपये का अनुदान दिया जाता है.
यदि घर के बैकयार्ड में शेड डालकर रंगीन-सजावटी मछलियों की यूनिट लगा रहे हैं तो 60,000 से 70,000 रुपये का खर्चा आ जाएगा, जिस पर सरकार की तरफ से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी मिल जाएगी.
कैसे पालते हैं सजावटी मछलियां
साधारण प्रजाति की मछलियां फूड कैटेगरी में आती है, जिन्हें पालने के लिए हर काम में सावधानी रखनी पड़ती है, लेकिन सजावटी मछली पालन इतनी मशक्कत का काम नहीं है, हालांकि प्रबंधन की जरूरत तो इस काम में भी होती है. यूनिट में पानी और बिजली की आपूर्ति बनी रहनी चाहिए.
बेहतर क्वालिटी के ब्रूड स्टॉक और मछलियों के लिए सही चारे का भी इंतजाम होना चाहिए, जिससे मछलियां स्वस्थ और सुरक्षित रहें. फिर आप चाहें तो इन मछलियों की मार्केटिंग के लिए शहर में दुकान खोल सकते हैं या फिर सप्लायर के तौर पर भी काम कर सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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