Stubble Management: हरियाणा, पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने लगी हैं. किसानों ने खरीफ की फसल के जो अवशेष छोड़े हैं, उसे अब जलाना शुरू कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि अधिक पराली जलाई गई तो आने वाले दिनों में धुंध का अंधेरा फिर से हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और उत्तरप्रदेश को अपनी चपेट में ले सकता है. उधर, पंजाब में लगातार पराली जलाने की मॉनिटरिंग की जा रही है. इनमें कुछ जिलों ने ही पराली जलाने के आंकड़े काफी अधिक आए हैं. इसको लेकर सरकार और पराली गुणवत्ता प्रबंधन आयोग चिंतित है.
6 जिलों में ही जली 70 प्रतिशत पराली
पराली गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQAM) पराली जलाने की घटनाओं की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. आलम यह है कि मौजूदा धान कटाई के मौसम के दौरान खेतों में पराली जलाने की लगभग 70 प्रतिशत घटनाएं केवल अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर, कपूरथला, पटियाला और तरनतारन जैसे 6 जिलों से ही सामने आई हैं. पंजाब में कुल 7,036 जगहों पर पराली जलाई गई. इनमें से इन 6 जिलों में 4,899 जगह पराली जलाई गईं. कुल 7,036 मामलों में से 4,315 पराली पिछले 6 दिनों में ही जला दी गई है.
39 प्रतिशत ही बोया क्षेत्र कटा
सैटेलाइट रिमोट सेंसिंग डेटा के आंकड़े के अनुसार, इस साल 24 अक्टूबर तक पंजाब में केवल 39 प्रतिशत बोया गया क्षेत्र ही काटा गया है. जैसे-जैसे फसल कटेगी, वैसे-वैसे पराली जलाने की घटना बढ़ने की संभावना है. आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर, 2022 से 26 अक्टूबर, 2022 तक पंजाब में धान की पराली जलाने के 7,036 केस रिपोर्ट हुए हैं. पिछले साल यह इस पीरियड में 6,463 थे.
पराली निस्तारण को दी मशीनें
पंजाब में किसानों को पराली निस्तारण के लिए सब्सिडी पर एक लाख से अधिक मशीनें दी जा चुकी हैं. राज्य सरकार पराली पर काबू पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. राज्य सरकार पराली प्रबंधन उपायों का सहयोग करने के लिए बायो-डीकंपोजर एप्लिकेशन का विस्तार कर रही है. अफसरों को पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने के निर्देश दिए गए हैं. जो किसान खेतों में पराली जलाता मिलेगा, उस पर जुर्माना लगेगा, साथ ही सजा तक का प्रावधान है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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