आ गई एक नई तकनीक, जानिए कैसे गाय-भैसों को सिर्फ बछिया ही पैदा होगी
असम सरकार की इस योजना से राज्य में दूध उत्पादन में भी मदद मिलेगी. असम सरकार ने प्लान किया है कि राज्य में मादा बछड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए 1.16 लाख सेक्स्ड सॉर्टेड सीमन खरीदे जाएंगे.
तकनीक के इस युग में अब हर चीज को नए तरीके से विकसित किया जा रहा. इंसानों के साथ साथ अब जानवरों की जिंदगी भी इससे प्रभावित होने लगी है. ये नई टेक्नोलॉजी कितनी ज्यादा उन्नत है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इसकी मदद से अब पशुपालक अपने जानवरों यानी गाय भैसों से सिर्फ बछिया ही पैदा करवा सकते हैं. दरअसल, गांव में जो किसान या पशुपालक होते हैं वो ज्यादातर फीमेल गाय या भैंसों को ही पालते हैं. ऐसे में जो बैल या भैंसा होते हैं उनको किसान नहीं पालते हैं और वो आवारा घूमते हैं. इसी से किसानों को राहत दिलाने के लिए असम सरकार ने सेक्स्ड्ड सॉर्टेड सीमन की शुरुआत की है.
दुग्ध उत्पादन में भी मिलेगी मदद
असम सरकार की इस योजना से राज्य में दूध उत्पादन में भी मदद मिलेगी. असम सरकार ने प्लान किया है कि राज्य में मादा बछड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए 1.16 लाख सेक्स्ड सॉर्टेड सीमन खरीदे जाएंगे. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने खुद ट्वीट करके इसकी जानकारी दी थी कि राज्य में मादा बछड़ों की संख्या बढ़ाने के लिए और डेयरी उत्पादन बेहतर करने के लिए राज्य में साइंस की मदद से गाय और भैसों के लिए कृत्रिम गर्भाधान की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
सेक्स्ड सॉर्टेड सीमन आखिर होता क्या है?
सेक्स्ड सॉर्टेड सीमन एक प्रक्रिया है जिसमें शुक्राणुओं को लैब में ले जाकर उसमें से Y गुणों को अलग कर दिया जाता है. इसके बाद इन शुक्राणुओं को गायों और भैसों के गर्भ में डाल दिया जाता है. ऐसा करने से गाय और भैसों से होने वाले बच्चे में बछिया के जन्म की संभावना लगभग 90 फीसदी तक बढ़ जाती है. वैज्ञानिक भाषा में इस पूरी प्रक्रिया को सेक्स्ड सॉर्टेड सीमन प्रक्रिया कहा जाता है. दुनिया के कई देशों में इस प्रक्रिया की मदद से बछिया पैदा की जा रही हैं.
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