Integrated Pack House Subsidy: खेतों में कड़ी मेहनत करने के बावजूद अकसर किसानों को उपज के सही दाम नहीं मिल पाते. फसल कटाई के बाद उचित प्रबंधन नहीं हो पाता, जिसे उपज जल्दी खराब हो जाती है. इन चुनौतियों के मद्देनजर अब हरियाणा सरकार ने महत्वपूर्ण पहल की है. राज्य में 500 करोड़ की लागत से 100 पैक हाउस बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें से राज्य को कुल 33 पैक हाउस मिल चुके हैं. सोनीपत जिले के अटेरना गांव में 30 एकीकृत पैक हाउस का उद्घाटन किया गया है.


इस मौके पर केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) भी उपस्थित थे. कृषि मंत्री ने पैक हाउस की स्थापना को क्रांतिकारी कदम बताया और बागवानी के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए सहारना भी की. कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि इस पैक हाउस (Packhouse) की मदद से किसानों की आमदनी बढ़ेगी ही, उनकी दशा-दिशा बदलने में भी काफी मदद मिलेगी.


हरियाणा में सबसे बड़ी कृषि मंत्री
कृषि और बागवानी के क्षेत्र में हरियाणा का नाम टॉप राज्यों की लिस्ट में आता है. यहां किसानों को पारंपरिक फसल, अनाजों के साथ फल, सब्जी, फूल और औषधीय खेती करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. इस अवसर पर हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल बताते हैं कि ने कहा कि राज्य में किसानों की आय बढ़ाने के लिए पैक हाउस और कोल्ड स्टोरेज बनाए जा रहे हैं.


जल्द एशिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी भी हरियाणा के गन्नौर में बनकर तैयार हो जाएगी. 550 एकड़ में फैली ये सब्जी मंडी 10 हजार करोड़ की लागत से बनाई जा रही है. इससे ना सिर्फ किसानों को अपनी उपज के सही दाम मिलेंगे, बल्कि देश-विदेश में अपनी उपज पहुंचाने का भी अवसर और ग्रामीणों को रोजगार भी मिलेगा. 






प्रगतिशील किसानों को सराहा
सोनीपत के अटेरना गांव में एक कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 30 पैक हाउस का उद्घाटन किया. इस बीच प्रगतिशील किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हरियाणा के प्रगतिशील किसान आज पूरे देश के सामने आमदनी को बढ़ाने का नायाब उदाहरण पेश कर रहे हैं. बता दें कि सोनीपत का अटेरना गांव प्रगतिशील किसान कंवल सिंह चौहान के लिए भी मशहूर है.


कंवल सिंह चौहान आज स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न, मशरूम और मक्का जैसी कई फसलों की खेती के साथ-साथ उनकी प्रोसेसिंग भी करते हैं. कृषि के क्षेत्र में उमदा प्रदर्शन के लिए कंवल सिंह चौहान को पद्म श्री पुरस्कार भी मिल चुका है. आज कंवल सिंह चौहान हरियाणा ही नहीं,  देशभर के लाखों किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बनकर उभरे हैं.


पैक हाउस पर मिलेगी 70%  सब्सिडी
खेती के साथ-साथ गांव में एग्री बिजनेस (Agri Business) को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने फसल क्लस्टर विकास कार्यक्रम चलाया है. इसके तहत उद्यान विभाग ने सब्जियां उगाने वाले किसानों के समूह बनाकर खेती करने का लक्ष्य रखा है. इस कार्यक्रम में एक जैसी सब्जियां उगाने वाले किसानों को एक ग्रुप में रखा जाता है, जिसे किसान उत्पादक संगठन कहते हैं. अब किसान उत्पादक संगठन से जुड़कर छोटे किसानों की छोटी उपज भी बड़ी हो जाती है.


अपनी उपज को एक जगह इकट्ठा करने पर इन किसान उत्पादक संगठनों को सरकार की तरफ से पैकहाउस की सुविधा दी जाती है, जहां कृषि विभाग इस उपज की पैकिंग कर सुरक्षित रखने व्यवस्था करता है. इस तरह के पैक हाउस की स्थापना के लिए सरकार किसान उत्पादक संगठनों (FPO) को 60 से 70 प्रतिशत तक अनुदान देती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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