Agriculture Growth: चीनी, चावल, गेहूं का निर्यात बढ़कर इतने अरब डॉलर हो गया, क्या कहते हैं वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े
निर्यात को लेकर भी भारत की स्थित विश्व के अग्रणी देशों में हैं. वाणिज्य मंत्रालय के चीनी, चावल, गेहूं व अन्य उत्पादों के निर्यात के आंकड़ें सामने आए हैं. आंकड़ों ने आमजन को राहत दी है.
![Agriculture Growth: चीनी, चावल, गेहूं का निर्यात बढ़कर इतने अरब डॉलर हो गया, क्या कहते हैं वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े Agricultural and processed food exports from india increased to 19.69 billion dollar Agriculture Growth: चीनी, चावल, गेहूं का निर्यात बढ़कर इतने अरब डॉलर हो गया, क्या कहते हैं वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़े](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/02/10/4c5631b9f42dcac5fb78905863d4c00a1676033830055579_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Agriculture Growth In India: देश में अनाज का पर्याप्त भंडार है. गेहूं, धान, मक्का, मोटा अनाज का स्टॉक केंद्र सरकार के पास पर्याप्त है. हाल में केंद्र सरकार की ओर से दिए बयान में सामने आया था कि दुग्ध उत्पादन में भारत पहले नंबर पर काबिज हो गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि भारत कृषि प्रधान देश होने के कारण अनाज की खपत का संकट नहीं रहा. पशुपालन में भी भारत अग्रणी देशों में शुमार है. अब भारत से निर्यात होने वाले जो उत्पादों के आंकड़ें सामने आए हैं. उन्होंने केंद्र सरकार, किसान, कारोबारी, आमजन सभी को राहत दी है.
कृषि और प्रोसेस्ड फूड निर्यात बढ़कर हुआ 19.69 अरब डॉलर
वाणिज्य मंत्रालय ने कृषि और प्रोसेस्ड फूड निर्यात के आंकड़े के सामने आए हैं. आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर की अवधि में निर्यात 13 प्रतिशत तक बढ़कर 19.69 अरब डॉलर हो गया है. वहीं, वाणिज्य मंत्रालय के अधीन कृषि और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्शन निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) आता है. एपीडा पर एक्सपोर्ट लक्ष्य तय करने की जिम्मेदारी होती है. एपीडा ने कृषि और प्रोसेस्ड फूड का लक्ष्य 2022-23 के लिए 23.6 अरब डॉलर तय किया है.
चावल, गेहूं का ये रहा निर्यात
केंद्र सरकार की ओर से गेहूं, चावल निर्यात के आंकड़ें भी सामने आए हैं. अप्रैल-दिसंबर की अवधि में बासमती चावल निर्यात 40.26 प्रतिशत बढ़कर 3.33 अरब डॉलर हो गया. वहीं, गैर बासमती चावल का निर्यात भी 3.35 प्रतिशत बढ़ा और यह 4.66 अरब डॉलर हो गया. गेहूं निर्यात में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. चालू वित्त वर्ष के नौ महीने की अवधि में गेहूं निर्यात अप्रैल-दिसंबर 2021 के 145.2 करोड़ डॉलर से 4 प्रतिशत बढ़कर अप्रैल-दिसंबर 2022 में 150.8 करोड़ डॉलर हो गया है. वहीं, डेयरी, मांस, पोल्ट्री उत्पादों के निर्यात में कमी दर्ज की गई है. यह घटकर 0.68 प्रतिशत हो गया है. इन प्रॉडक्ट का निर्यात करीब तीन अरब डॉलर रहा.
देशों को इतनी चीनी की गई निर्यात
भारत चीनी उत्पादन के मामला में बड़ा देश है. भारत कई देशों में चीनी की खपत भी पूरी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल भारतीय चीनी व्यापार संघ के जो आंकड़ें सामने आए हैं. उसके अनुसार, चालू विपणन वर्ष 2022-23 में 9 फरवरी तक देश से 27.83 लाख टन चीनी निर्यात की गई है. भारत सबसे ज्यादा निर्यात बांग्लादेश और इंडोनेशिया को करता है. इसके अलावा जिबूती, सोमालिया, संयुक्त अरब अमीरात को चीनी एक्सपोर्ट की जाती है. चीनी एक्सपोर्ट होने में कारोबारियों को अच्छी आमदनी हो जाती है. किसानों की इनकम पर भी फर्क पड़ता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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