Food Processing: दुनियाभर की सेहत बना रहे भारत के एग्रीकल्चर प्रोडक्ट, किसानों की मेहनत से हो गया ये नया काम
Agriculture Export: केंद्र सरकार और किसानों के सफल प्रयासों का ही परिणाम है कि वित्त वर्ष 2022-23 के पहले 4 महीनों में कृषि और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट के निर्यात में करीब 30% की वृद्धि दर्ज की गई है.
Processed Food Products Exports: कोरोना महामारी के दौर में भी भारत ने खेती-किसानी के क्षेत्र में काफी तरक्की की है. जब ज्यादातर देश खाद्य आपूर्ति (Food Supply) के संकट से जूझ रहे थे, उस समय भी ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा पर चलते हुये कृषि उत्पादों का निर्यात किया.
पिछले दिनों रूस-यूक्रेन युद्ध संकट (Russia-Ukraine War) के बावजूद ज्यादातर देशों ने कृषि और इससे बने प्रसंस्कृत उत्पादों के लिये भारत का हाथ थामा है. यही कारण है कि पिछले चार महीनों के अंदर भारत से कृषि और कृषि प्रसंस्कृत उत्पादों को निर्यात में करीब 30 प्रतिशत तक की बढोत्तरी (Agriculture Export) दर्ज की गई है.
इस निर्यात में किसानों की मेहनत के दम चल रहीं एग्रीकल्चर फूड़ प्रोसेसिंग यूनिट (Food Processing Unit) और उनके द्वारा बनाये जा रहे प्रोसेस्ड फूडड़ के निर्यात में ही सबसे ज्यादा ग्रोथ देखने को मिली है. इसके दुनियाभर के विशेषज्ञों के विचार भी सामने आये हैं, जिसके ममुताबिक, आज भारत कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों के दम पर काफी मजबूत स्थिति में है और तेजी से विकास कर रहा है.
किसानों की मेहनत रंग लाई
जाहिर है कि कोरोना काल से ही ज्यादा देशों ने खाद्य आपू्र्ति के लिये भारत को चुन लिया है. कई विपरीत परिस्थितियों में भारत ने अपने मित्र राष्ट्रों को कृषि उत्पादों का निर्यात करके खाद्य संकट से बचाया है. आज भारत कई देशों का पेट भरने के साथ-साथ किसानों को भी टिकाऊ केती करने के लिये प्रोत्साहित कर रहा है. इस काम में केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर किसानों की मदद कर रही है, जिसके बाद किसान भी अव्वल दर्ज का कृषि उत्पादन लेकर खाद्यान्न भंडारों में सुरक्षित रख रहे हैं.
इन्हीं प्रयासों का ही परिणाम है कि वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों में कृषि और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट के निर्यात में 30% की वृद्धि दर्ज की गई है. अब यह निर्यात बढ़कर 9,598 मिलियन डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में अप्रैल-जुलाई में सिर्फ 7,397 मिलियन डॉलर तक ही सीमित था.
वित्त वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों में कृषि और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट के निर्यात में 30% की वृद्धि दर्ज की गई है।#agrigoi #agriculture #food #AatmaNirbharBharat#AatmaNirbharKrishi#AatmaNirbharKisan#AzadiKaAmritMahotsav @MOFPI_GOI @PIBAgriculture @PIB_India @mygovindia pic.twitter.com/M4E2BhXwzx
— Agriculture INDIA (@AgriGoI) September 29, 2022
4% अधिक फल-सब्जी निर्यात
जाहिर है कि भारत में पिछले कुछ समय से बागवानी फसलों का उत्पादन बढ़ाने की कवायद की जा रही है. इसका मुख्य कारण यही है कि देश के साथ-साथ विदेशों में भी भारत के फल-सब्जियों की मांग हो रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहां फल और सब्जियों का निर्यात 4 फीसदी तक बढ़ गया है. वहीं फल और सब्जियों के प्रसंस्कृत उत्पाद यानी प्रोसेस्ड फूड के निर्यात में भी 51% तक बढोत्तरी (Fruit & Vegetable Export) दर्ज की गई है.
डेयरी और मांस का भी 11% निर्यात बढ़ा
आज कृषि के साथ-साथ पशुपालन, डेयरी फार्मिंग और पोल्ट्री फार्मिंग क्षेत्र का भी विस्तार हुआ है. इन क्षेत्रों से काफी अच्छा उत्पादन मिल रहा है, जिसके बाद कई देशों में इन उत्पादों को भेजा जा रहा है. रुझानों की मानें तो मांस, डेयरी और मुर्गी पालन उत्पादों के निर्यात (Dairy & Poultry Export) में भी 11.69% तक की बढोत्तरी दर्ज की गई है.
29% बढ़ा बासमती चावल का निर्यात
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले कुछ सालों के दौरान विश्व संकट के बीच कृषि और इससे जुड़े प्रसंस्कृत उत्पादों की डिमांड और इसका निर्यात (Processed Food Export) बढ़ा है. अब इस कड़ी में बासमती चावल (Basmati Rice Export) भी शामिल है, जिसके निर्यात में पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले 29 फीसदी तक बढोत्तरी देखी गई है. लगातार बढ़े कृषि निर्यात (Agriculture Export 2022-23) के बाद अब भारत सरकार जीआई टैग कृषि उत्पादों (GI Tag Agriculture products) का रकबा बढ़ाने के लिये किसानो को प्रोत्साहित कर रही है.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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