Agricultural Products Export: देश में कृषि क्षेत्र लगातार ग्रोथ कर रहा है. मौजूदा रबी सीजन में बुवाई के जो आंकड़े सामने आए हैं. उसके अनुसार ही देश में आने वाले समय में अनाज की कमी नहीं होगी. इसी कारण भारत घरेलू खपत को सुनिश्चित करने के साथ विदेशों में भी भरपूर कृषि उत्पादों को भेज जा रहा है. इसी का नतीजा रहा है कि भारत ने कृषि उत्पादों के निर्यात में बंपर बढ़ोत्तरी दर्ज की है. निर्यात बढ़ने से किसानों की इनकम भी बढ़ी है. 


इतने लाख करोड़ का हुआ कृषि उत्पादों का निर्यात 
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019-20 में कृषि और उससे जु़डे़ उत्पाद निर्यात का मूल्य 2,52,400 करोड़ रुपये था. वर्ष 2020-21 में बढ़कर 3,10,130 करोड़ रुपये हो गया. यह 22.87 प्रतिशत अअधिक रहा. हाल में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने आंकड़े जारी किए. उसके अनुसार, कृषि और संबद्ध उत्पादों का निर्यात पिछले वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 20.79 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,74,611 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. यह अभी तक रिकॉर्ड निर्यात है. 


इन राज्यों ने सबसे अधिक किया निर्यात
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, कृषि और उससे संबंधित उत्पादों का निर्यात सबसे ज्यादा गुजरात और महाराष्ट्र ने किया. ये पश्चिमी क्षेत्र के राज्य हैं. वहीं, पूर्वी क्षेत्र के राज्यों की बात करें तो आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, मध्य या उत्तरी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश और हरियाणा, और दक्षिणी में कर्नाटक और केरल क्षेत्र में सबसे ज्यादा निर्यात किया गया है. 


उत्पादों के निर्यात में इतनी हुई वृद्धि
विभिन्न उत्पादों के निर्यात में वृद्धि की स्थिति देखें तो वित्तीय वर्ष 2021-22 में समुद्री उत्पादों के मूल्य में 13,734.61 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई, जबकि चीनी के मूल्य में 13,676.12 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई. वित्त वर्ष 2021-22 में निर्यात किए गए गेहूं के मूल्य में 11,672.37 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई, जबकि चावल, बासमती को छोड़कर, 10,168.39 करोड़ रुपये तक बढ़ गया. कच्चे कपास के निर्यात का मूल्य, जिसमें अपशिष्ट शामिल था, 2021-22 के दौरान 7,038.66 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई, अन्य अनाजों के मूल्य में 2911.04 रुपये की वृद्धि हुई. 2021-22 के दौरान, डेयरी उत्पाद निर्यात मूल्य में 2,352.93 करोड़ रुपये बढ़ा, जबकि कॉफी निर्यात मूल्य में 2,273.97 करोड़ रुपये बढ़ गया है. 2021-22 के दौरान, अरंडी के तेल के निर्यात के मूल्य में 1,952.36 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी हुई. विविध प्रसंस्कृत वस्तुओं के मूल्य में 2,311.86 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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