Agri Special: किसानों के लिये खास रहेगा ये अक्टूबर का महीना, शुरुआत से लेकर दिवाली तक मिलेंगे ये बड़े तोहफे
Agriculture in October: अक्टूबर माह में किसानों को फसलों की बिक्री से अच्छा पैसा कमाने का मौका मिलेगा. साथ ही पीएम किसान की 12वीं किस्त, सब्सिडी योजनाओं का लाभ और फसल नुकसान का मुआवजा भी मिल सकता है.
October Special for Farmers: खेती-किसानी में बड़े-बड़े बदलाव हो रहे हैं. किसान अब खेती की पारंपरिक विधियों को छोड़कर नई तकनीकों (New Agriculture Technology) का इस्तेमाल कर रहे हैं. कैमिकलों का इस्तेमाल छोड़कर अब ज्यादातर किसान जैविक खेती (Organic Farming) कर रहे हैं. इससे किसानों की आय तो बढेगी ही है, साथ ही जागरुकता भी काफी हद तक बढ़ी है. वर्तमान की बात करें तो भारत के ज्यादातर इलाकों में खरीफ फसलें अपने पीक पर हैं, हालांकि कुछ इलाकों में खरीफ फसलों की कटाई (Kharif Crop Harvesting) का काम शुरू हो गया है.
कुछ किसानों ने रबी फसलों की नर्सरी (Rabi Crop Cultivation) लगानी भी शुरू कर दी. खेती-किसानी के इन रुझानों के बीच सबसे खास बात यह है कि इस बार अक्टूबर का महीने किसानों (October for Farmers) के लिये काफी खास रहने वाला है. ना सिर्फ अब फसलों की बिक्री से किसानों को अच्छा पैसा कमाने का मौका मिलेगा, बल्कि पीएम किसान की 12वीं किस्म (PM Kisan 12th Installment), रबी फसलों के लिये खेत की तैयार, राज्यवर सब्सिडी योजनायें (Subsidy Schemes in October) और कई किसानों को फसलों में हुये नुकसान (Crop Loss Compensation) का भी मुआवजा मिलेगा.
इसके अलावा, अक्टूबर माह को और भी ज्यादा खास बनाने के लिये किसानों को भी कुछ प्रयास करने होंगे. जैसे रबी फसलों की खेती के लिये जैविक विधि या गाय आधारित खेती को अपनाना, रसायनों के इस्तेमाल को त्यागना, खेती के साथ-साथ पशुपालन आदि करके एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) को अपनाना, जिससे आमदनी के साथ-साथ गांव-परिवारों के बीच खुशहाली बढ़ सके.
इस तरीख को मिल सकती है पीएम किसान की 12वीं किस्त
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की कुल 11 किस्तों का लाभ लेने के बाद अब किसानों को 12वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है. खरीफ फसलों की कटाई के बाद और रबी फसलों की बवाई के बीच किसानों के कई छोटे-मोटे खर्चे बढ़ जाता है. जैसे- फसलों को मंडियों तक पहुंचाना, खाद-बीज का इंतजाम, खेत की तैयारी और कुछ व्यक्तिगत खर्चे भी, लेकिन फसलों की बिक्री तक किसानों की आर्थिक स्थिति काफी ढीली हो जाती है.
ऐसे में किसानों पीएम किसान की 12 किस्त का ही सहारा रहेगा. जैसा कि पीएम किसान (PM Kisan Yojana 2022) की ज्यादातर किस्तें और कृषि योजनाओं का एलान खास अवसरों पर होता आया है. उसी प्रकार अनुमान लगाया जा रहा है कि इन तारीखों पर पीएम किसान की 12 वीं किस्त किसानों के खातों में ट्रांसफर हो सकती है.
- 2 अक्टूबर- ये तारीख किसानों से लेकर देश की जनता के लिये काफी खास है, क्योंकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के साथ लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती है. इस अवसर पर पीएम किसान की 12 वीं किस्त आने की संभावनायें काफी प्रबल हैं.
- 5 अक्टूबर- हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस तारीख को असत्य पर सत्य की जीत के रूप में मनाया जाता है. किसानों के लिये ये दिन काफी खास होता है. ऐसे में इस खास अवसर पर आपको पीएम किसान की 12 किस्त मिल सकती है.
- इसके अलावा भी अक्टूबर की 3, 4, 9, 13, 17, 20 से लेकर दिवाली की 24 तारीख भी किसानों के लिये खास संदेश ला सकती है.
किसानों को मिलेगी आर्थिक मजबूती
बेशक खेती-किसानी का तरीका बदल गया हो, लेकिन किसानों का खेती की तरफ रुझान कम नहीं हुआ है. वहीं कड़ी मेहनत और खून-पसीना एक करके किसान फसलों का उत्पादन लेते हैं, हालांकि इस खरीफ सीजन में किसानों को काफी नुकसान भी झेलना पड़ा है, लेकिन न्यूनतम समर्थम मूल्य पर फसलों की बिक्री (Crop Purchase on MSP) से किसानों को काफी हद तक आर्थिक राहत मिलेगी.
इतना ही नहीं, कई राज्यों में फसल नुकसान भरपाई के लिये किसानों से आवेदन भी मांगे गये हैं. इस तरह दिवाली तक किसानों को फसलों में हुये नुकसान का कुछ हद तक मुआवजा भी मिलेगा, जिससे परेशानियां काफी हद तक कम हो सकती है.
जल्द होगा बड़ा एलान
जाहिर है कि कृषि उत्पादन और निर्यात में आज भारत का स्थान शीर्ष पर है. यहां सिर्फ देश के साथ-साथ विदेशों की खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है. आज कृषि के लिहाज से भारत को एक मजबूत देश के तौर पर देखा जाता है. खासकर इंडोनेशिया के बाली में जी-20 (G-20 Summit) बैठक चल रही है, जहां भारत के कृषि क्षेत्र का काफी बखान हो रहा है.
भारत के साथ कई देशों ने कृषि क्षेत्र से जुड़े समझौते भी किये हैं. भारत की तरफ से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल हुये हैं. ऐसी प्रबल संभावनायें है कि कृषि मंत्री के दौरे के बाद किसानों को कोई अच्छी खबर मिल सकती है.
किसान भी बढ़ायें खुशहाली
किसान की भूमिका बाकी सभी किरदारों से काफी अलग होते हैं. ये अपनी आजीविका के लिये सिर्फ खेती पर आश्रित होते हैं. कोई लोभ-मोह नहीं होता, इसलिये तरक्की और सफलता के लिये किसानों को ही स्मार्ट वर्क करना होगा.
जैसे- खरीफ फसलों की कटाई (Kharif Season 2022) के बाद रबी फसलों की खेती (Rabin Season 2022) के लिये नई तकनीकों और नवाचारों पर काम करना होगा. इसके अलावा जैविक खेती (Organic Farming) को अपनाना होगा, क्योंकि यही आज की डिमांड है. इसके अलावा दीवाली का समय भी काफी नजदीक है. ऐसे में इको फ्रैंडली उत्पादों का बिजनेस (Eco Friendlly Products) करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं.
चाइना प्रॉडक्ट्स के बहिष्कार के बाद बाजार में मिट्टी के दिये, मिट्टी के खिलौने, गोबर से बने उत्पाद और गांव के खाद्य पदार्थों की काफी डिमांड रहती है. ऐसे में अभी से इको फ्रैंडली बिजनेस (Eco Friendly Diwali) कर काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं और दिवाली को डबल खुशहाली का त्यौहार बना सकते हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
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