Pesticides benefit: मेडिकल स्टोर्स पर दवा बिक्री के लिए फार्मेसी की डिग्री या डिप्लोमा पहले ही अनिवार्य कर दिया गया है. बिना फार्मेसी की डिग्री या डिप्लोमा के मेडिकल स्टोर का लाइसेंस ही नहीं बन पाता हैं. लेकिन अभी तक कीटनाशक दवाओं की बिक्री के लिए ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी. अब इस स्टेट गवर्नमेंट ने कीटनाशक दवाओं की बिक्री को लेकर ऐसे ही सख्त कदम उठाए हैं. सख्ती का पालन न करने वाले कीटनाशक दुकान संचालकों के लिए खिलाफ प्रदेश का एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट कार्रवाई करेगा. 


उत्तर प्रदेश में कीटनाशक बेचने के लिए डिग्री, डिप्लोमा होना जरूरी
दरअसल, स्टेट गवर्नमेंट के पास शिकायतें आ रही थीं कि किसान कीटनाशक विक्रेता से दवा के बारे में पूछते हैं तो जानकारी का अभाव होने के कारण सही कीटनाशक नहीं दे पाते. इससे किसानों की फसलों में लाभ होने के बजाय नुकसान हो जाता है. इसी को लेकर अब प्रदेश सरकार की ओर से निर्देश जारी किए हैं कि सभी कीटनाशक दुकान संचालकों के पास संबंधित डिग्री या डिप्लोमा होना जरूरी है.


31 दिसंबर तक डिपार्टमेेंट में जमा करा दें
उत्तर प्रदेश के औरेया एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ने इस संबंध में जिले के सभी कीटनाशक दवा विक्रेताओं को निर्देश जारी किए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारी ने बताया कि अब जिले में कीटनाशक दवाओं की जानकारी रखने वाले डिग्री धारक यह डिप्लोमा धारक ही कीटनाशक की दवा बेच सकेंगे. विक्रेता को डिग्री, डिप्लोमा जमा करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया गया है. 31 दिसंबर तक जमा न होने पर विक्रेताओं के खिलापफ कार्रवाई की जाएगी. उन्हें दुकान खोलने की अनुमति नहीं होगी. 


ये डिग्री, डिप्लोमा है जरूरी
अधिकारी ने बताया कि कीटनाशक दवा बेचने के लिए दवा विक्रेता को योग्य होना भी जरूरी है. यदि उसे जानकारी ही नहीं होगी तो किसान को सही दवा कैसे दे सकता है. इसके लिए अब कीटनाशक दवा विक्रेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि विक्रेताओं के पास किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या संस्थान से कृषि विभाग, जैव रसायन, जैव प्रोदयोगिकी की स्नातक डिग्री हो. इसके अलावा कृषि बागवानी का 1 वर्षीय डिप्लोमा से भी दवा बेच सकते हैं. विभाग के स्तर से इस संबंध में दवा विक्रेताओं को 12 दिन का ट्रेनिंग दी जा रही है. संचालक ट्रेनिंग में दवाओं के बारे में जानकारी ले सकते हैं. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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