Agriculture Growth: किसान अब करेंगे नई टेक्नोलॉजी से काम, सरकार बना रही है मेगा प्लान! प्रयागराज में होगी अहम बैठक
भारत में कृषि क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है. इसका असर वैश्विक मंच पर भी देखने को मिल रहा है. 17 से 19 अप्रैल तक जी20 समूह के कृषि वैज्ञानिक वाराणसी में कृषि विकास पर चर्चा करने के लिए जमा होंगे.
G20 Group Members: वैश्विक पटल पर भारत की छवि तेजी से मजबूत हो रही है. कृषि क्षेत्र में भी भारत दुनियाभर में हर दिन नए आयाम गढ़ रहा है. उत्तर प्रदेश की संगमनगरी कहे जाने वाले वाराणसी में जी20 के प्रमुख कृषि वैज्ञानिक जुटेंगे. भारत में होने वाले कृषि विकास, तकनीक और दुनिया में कैसे कृषि क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा सकता है. इसपर चर्चा की जाएगी. सभी देशों के साझा कदमों से कृषि क्षेत्र उन्नत हो सकेगा. इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च खुद कृषि क्षेत्र में इस बैठक को भुनाना चाहता है.
17 से 19 अप्रैल तक वाराणसी में होगी बैठक
जी20 देशों के प्रमुख कृषि वैज्ञानिकों की 17-19 अप्रैल को वाराणसी में होगी. बैठक में टिकाऊ और लाभप्रद कृषि-खाद्य प्रणालियों के विकास पर चर्चा होगी. विज्ञान-आधारित तकनीक से किस तरह से कृषि क्षेत्र को समृद्ध बनाया जा सकेगा. इसपर भी चर्चा होगी. समाधानों की दिशा में साझा कदमों पर जोर रहेगा. कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग के सचिव और आईसीएआर के महानिदेशक हिमांशु पाठक ने कहा कि बैठक टिकाऊ, जलवायु-अनुकूल और लाभदायक कृषि-खाद्य प्रणालियों को प्राप्त करने के लिए विज्ञान-आधारित समाधान देने के लिए संयुक्त कार्रवाई को बढ़ावा देने में सहायक होगी.
खाद्य उत्पादन में 70 गुना तक वृद्धि
महानिदेशक हिमांशु पाठक ने बताया कि भारत का कृषि क्षेत्र अनूठा, विविधता भरा और विशाल है. कृषि से आधी से अधिक आबादी अपना जीवन चलाती है. इसी से आय प्राप्त करती है. उन्होंने बताया कि पिछले 75 सालों के दौरान देश आयातक की स्थिति से उबरकर आत्मनिर्भर और खाद्य निर्यातक देश होने की स्थिति में पहुंच गया है. अब भारत विदेशों को खाद्यान्न सप्लाई कर रहा है. वर्ष 1950 के बाद से खाद्य उत्पादन में 6 से 70 गुना तक वृद्धि हुई है. खेती वाले शुद्ध क्षेत्र में केवल 1.3 गुना की बढ़ोत्तरी हुई है. पाठक ने बताया कि बैठक का मकसद खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए चर्चा, विचार-विमर्श और ज्ञान, विज्ञान और प्रौद्योगिकियों के आदान-प्रदान और जी-20 देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना है.
क्या है जी 20 समूह
जी20 या 20 समूह में 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं. ये संगठन वैश्विक अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रमुख मुद्दों, जैसे अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय स्थिरता, जलवायु परिवर्तन शमन, और सतत विकास को संबोधित करने के लिए काम करता है. जी 20 समूह में दुनिया की अधिकांश बड़ी अर्थव्यवस्थाएं शामिल हैं.
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