Agriculture Growth: सिर्फ 8 साल में इस राज्य में कृषि रकबा बढ़कर 2.40 करोड़ एकड़ हो गया, किसानों की भी इनकम बढ़ी
तेलंगाना में कृषि का रकबा लगातार बढ़ रहा है. अब एरिया बढ़कर 2.40 करोड़ एकड़ हो गया है. राज्य सरकार किसानों को कृषि संबंधी कई योजनाओं का लाभ भी दे रही है.
Agriculture Growth In Telangana: देश में कृषि क्षेत्र लगातार ग्रोथ कर रहा है. हर राज्य में फसल का रकबा बढ़ रहा है. राज्य सरकारें उन्नत तकनीक से खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करती हैं. सब्सिडी पर उपकरण दिए जा रहे हैं. दक्षिण भारत के राज्य तेलंगाना में भी एग्रीकल्चर क्षेत्र का दायरा बढ़ रहा है. राज्य सरकार के अधिकारिक आंकड़ों ने राज्यवासियों की खुशी बढ़ा दी है.
तेलंगाना में कृषि क्षेत्र बढकर हुआ 2.40 करोड़ एकड़
तेलंगाना राज्य सरकार की ओर से कृषि क्षेत्र के अधिकारिक आंकड़े सामने आए हैं. दरअसल, तेलंगाना पहले आंध्र प्रदेश का हिस्सा था. लंबे समय से तेलंगाना के अलग राज्य बनाने की मांग चल रही थी. 2 जून 2014 को तेलंगाना स्वतंत्र राज्य के अस्तित्व के रूप में सामने आया. आंकड़ों के अनुसार, गठन के समय तेलंगाना का कृषि क्षेत्र 1.31 करोड़ एकड़ था. मौजूदा समय में राज्य में कृषि क्षेत्र बढ़कर 2.40 करोड़ एकड़ हो गया है. राज्य लगातार कृषि के क्षेत्र में तरक्की कर रहा है.
इन योजनाएं पर खर्च कर दिए 2.16 लाख करोड़ रुपये
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के एग्रीकल्चर क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए लाखों करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. केवल तीन योजनाओं में राज्य सरकार ने काफी पैसा दिया है. रायबंधु, 24 घंटे फ्री बिजली, सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण में 2.16 लाख करोड़ से अधिक खर्च किए हैं. राज्य सरकार इन योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट ले रही है.
तेलंगाना में अधिक किसान खेती-बाड़ी से जुड़े
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि को एक व्यर्थ पेशे के रूप में देखा जाता है. लेकिन देखा जाए तो यह एक लाभकारी व्यवसाय है. किसान इससे जुड़कर लाखों रुपये की कमाई कर सकता है. अधिक से अधिक लोगों को खेती बाड़ी करनी चाहिए. इससे भविष्य बेहतर हो सकेगा. राज्य सरकार की कोशिश रहेगी कि पूरे भारत में पूरे किसान समुदाय के बीच इसी तरह का विश्वास पैदा किया जाए.
देश के लिए रोल मॉडल बना राज्य
तेलंगाना सरकार कृषि क्षेत्र के विकास में लगातार काम कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के लिए कई तरह की गतिविधियां की गई हैं. इनमें हरे फसल वाले खेत, अनाज के ढेर, डेयरी मवेशियों और मीठी मिट्टी की महक वाले तेलंगाना के गांव राज्य की कृषि ग्रोथ को दर्शा रहे हैं. राज्य की कृषि ग्रोथ पूरे देश के लिए एक रोल मॉडल का काम कर रही है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.