गर्मी का मौसम शुरू होते ही लोग आम खाना शुरू कर देते हैं, लोगों को आम का इंतजार पूरे साल रहता है. उन्हें इस फल को खाना इतना पसंद होता है कि बाजार में इसकी हर साल काफी डिमांड देखी जाती है. इसकी खेती कर किसान लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं. वैसे तो बाजार में कई वैरायटी के आम उपलब्ध होते हैं, लेकिन इन दिनों एक ऐसी वैरायटी आम की है, जिसकी डिमांड बाजार में बहुत ज्यादा बढ़ गई है. हम बात कर रहे हैं गुजरात के वलसाड का हापुस आम यानी अल्फांसो आम की.


अल्फांसो आम की डिमांड 


इस आम की डिमांड पूरे भारत देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी रहती है. विदेश में डिमांड होने की वजह से किसानों को अच्छा खासा मुनाफा कमाने को मिलता है. यह आम इतना स्वादिष्ट होता है कि इंसान खाते-खाते थकता ही नहीं है. जानकारी के मुताबिक हापुस आम के अंदर एंजाइम का कंबीनेशन होता है, जो इसके स्वाद को बढ़ाने में मदद करता है. खाने में स्वादिष्ट होने की वजह से लोग हापुस आम की काफी डिमांड करते हैं. वहीं अधिक डिमांड होने की वजह से आम के उत्पादन में भी बढ़ोतरी देखी गई है. इसके लिए पेड़ों की संख्या भी बढ़ती जा रही है.


अल्फांसो आम की खेती


बता दें कि हापुस आम को पकाने की एक हफ्ते के अंदर अंदर खाना चाहिए, अगर आप एक हफ्ते में पके हुए आम को खा लेते हैं, तो यह स्वादिष्ट लगते हैं. जब आम एक हफ्ते पुराना हो जाता है, तो इसका स्वाद कम होने लगता है. बात करें अल्फांसो आम की कीमत की तो इस साल यानी 2024 में इसकी कीमत 1200 से 1500 रुपए हो गई है. अधिक कीमत होने की वजह से हर साल किसानों को तगड़ा मुनाफा होता है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है. ऐसे में अगर आप भी आम की खेती करना चाहते हैं, तो हापुस आम की खेती कर सकते हैं. इससे आपको अधिक मुनाफा होगा. अल्फांसो आम की खेती अधिकतर महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक जैसे राज्यों में की जाती है.


हापुस आम का उपयोग


यह आम आकार में अंडाकार होता है और इसका रंग गहरा पीला होता है. अल्फांसो आम सेहत के लिहाज से भी काफी लाभदायक माना गया है, इसमें विटामिन ए, सी और ई का अच्छा स्रोत पाया जाता है, जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है, हृदय और कैंसर जैसी बीमारी से बचाता है. कुछ लोग हापुस आम का उपयोग आम पन्ना, आम रस, आम का हलवा, आम की बर्फी और आम का जूस जैसी चीजों को बनाने के लिए करते हैं. यही नहीं कुछ लोग इस आम का इस्तेमाल चिकन करी, मछली करी और बाकी सब्जियों में भी करते हैं.


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