पीएम किसान निधि पर क्या है लेटेस्ट अपडेट? कब किसानों के खाते में आएंगे पैसे?
Agriculture News: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अब तक 16 किस्तें किसानों के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. लाभार्थी किसान अगली किस्त के 2 हजार रुपये खाते में आने का इंतजार कर रहे हैं.
पीएम किसान निधि योजना का 17वीं किस्त का पैसा किसानों के खातो में नहीं पहुंचा है, इसके अलावा किसान इस बात को लेकर भी परेशान हैं कि इस 17वीं किस्त का पैसा कब तक उनके खातो में पहुंचेगा. फिल्हाल देश में लोकसभा चुनावों को लेकर आचार संहिता लागू है. क्या है पीएम किसान निधि योजना पर लेटेस्ट अपडेट आइए आपको बताते हैं.
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अब तक 16 किस्तें किसानों के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. लाभार्थी किसान अगली किस्त के 2 हजार रुपये खाते में आने का इंतजार कर रहे हैं. इस किस्त के लिए आपको कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी वरना आपकी किस्त भी खाते में आने से अटक सकती है.
जमीन का सत्यापन है जरूरी
पीएम किसान निधि योजना की अगली किस्त लेने के लिए भूमि का सत्यापन करवाना जरूरी है, किसानों को अपनी भूमि का सत्यापन कराकर इसे लिंक करवाना होता है. इस काम को आप अपने नजदीकी ब्लॉक ऑफिस, तहसील या फिर पटवारी के पास जाकर करवा सकते हैं. इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलता है जिनके पास 2 एकड़ या फिर उससे कम जमीन है.
ई-केवाईसी करवाना है बेहद जरूरी
किसानों को अपनी जमीन की ई-केवाईसी करवाना बहुत जरूरी है, वरना वे पीएम किसान निधि योजना की अगली किस्त से वंचित रह सकते हैं. ई-केवाईसी आप अपने किसी भी नजदीकी ई-मित्र या फिर साइबर कैफे पर जाकर करवा सकते हैं.
इस दिन आ सकती है 17वीं किस्त
पीएम किसान योजना की पहली किस्त अप्रैल से जुलाई के बीच, दूसरी किस्त अगस्त से नवंबर, और तीसरी किस्त दिसंबर से मार्च के बीच में जारी की जाती है. यानी 17वीं किस्त का पैसा अप्रैल से जून के बीच में आने की संभावना है. अभी लोकसभा चुनावों के चलते देश में आचार संहिता लगी हुई है, ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि किस्त का पैसा जून में ही आएगा.
बता दें कि किसान सम्मान निधि योजना केंद्र सरकार की तरफ चलाई जाने वाली योजना है, जिसके अंतर्गत भारत सरकार किसानों को 100 प्रतिशत वित्तीय सहायता देती है. इस योजना को 1 दिसंबर 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया था. इस स्कीम में छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता दी जाती है. ऐसे किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर तक की संयुक्त जमीन है,साथ ही परिवार में पति पत्नी और नाबालिग बच्चे शामिल हैं उन सबके खातों में प्रतिवर्ष 6000 रुपयों की सहायता प्रदान की जाती है. इस योजना का लाभ सीधे लाभार्थियों के खाते में डाल दिया जाता है.
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