Artificial Intelligence in Agriculture for Seed: खेती-किसानी को आसान बनाकर किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिये नये-नये प्रयास किये जा रहे हैं. सरकार, कृषि वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञ की ओर से ऐसी तकनीकें और मशीनें भी ईजाद की गई है, जिनसे खेती का भूत, भविष्य और वर्तमान भी पता कर सकते हैं. जी हां. बैंगलोर में कृषि स्टार्ट अप कंपनी अगधी (Agadhi) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) की तर्ज पर एक खास कृषि टैक्नोलॉजी (Agriculture Technology)  विकसित की है, जो किसी भी फसल के बीज की क्वालिटी, कमियां और बीज होने वाले फसल के उत्पादन के बारे में पहले से ही सूचित करती है.


क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित कृषि तकनीक (What Is AI-Based Agriculture Technology) 
बीजों का भविष्य बताने वाली इस टैक्नोलॉजी में ऑटोमैटिक मशीन (Automated Machine for Seeds) को कंप्यूटर विजन से जोड़ा जाता है, जिसमें जांच के बाद बीज की कमी और खासियतों की पहचान की जाती है.



  • ये एआई तकनीक विजन तकनीक फोटोमेट्री, रेडियोमेट्री और कंप्यूटर विजन आदि फीचर्स के साथ बीज की क्वालिटी को चैक करती है.

  • ये मशीन बीज को स्कैन करके उसका रंग, बनावट और आकार की जानकारी फीड़ करती है और कंप्यूटर विजन की मदद से बीज की कमियां तलाशी जाती है.

  • एआई तकनीक से बीजों की जांच, सैंपलिंग, छंटाई और निरीक्षण करके उन्हें वर्गीकृत करना आसान हो जाता है.


आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित कृषि तकनीक के फायदे (Benefits of AI-based Agriculture Technology)
बीजों की जांच (Seed Detection) करके फसल के उत्पादन (Future Crop Production)का भविष्य बताने वाली इस खास एआई तकनीक (AI Technology) की मदद से बेहतर क्वालिटी के बीज को चुनना और भी आसान हो जायेगा.



  • ये मशीन उन किसानों और कंपनियों के लिये वरदान है, जो बीज उत्पादन करके दूसरे किसानों को देते हैं या बाजार में बेच देते हैं.

  • इस मशीन की मदद से बीज की सारी जानकारियां लेकर उन्हें उचित कीमतों पर बेचने में खास मदद मिलेगी.

  • इस तकनीक से मिली जानकारी के आधार पर फसल की पैदावार और क्वालिटी के साथ-साथ इससे होने वाली आमदनी की जानकारी भी ले सकते हैं.

  • बीजों की जानकारी के बाद खाद-उर्वरक का कितनी मात्रा में इस्तेमाल करना है, के बारे में भी जानकारी हो जाती है.

  • इसकी मदद से फसल अवधि यानी उसके पकने के समय की जानकारी भी मिल जायेगी.

  • जाहिर है कि अच्छी क्वालिटी के बीज बेहतरीन पैदावार देते हैं, इसलिये इस तकनीक की मदद से कमजोर बीजों को अलग करके जोखिम कम करने में मदद मिलेगी.



Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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