चिलचिलाती धूप और हीट वेव के बीच सब्जियों के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसका सीधा असर जेब पर पड़ रहा है. बीते एक दो हफ्ते के अंदर कई सब्जियों के दाम दोगुना से भी ज्यादा हो चुके हैं. सब्जियों के इन बढ़ते दामों ने आम आदमी के बजट को हिलाकर रख दिया है. अधिकतर घरों की रसोई से रोजमर्रा की सब्जियां ही गायब हो गई हैं. लोग अब सब्जियों को खरीदने से पहले विचार करने लगे हैं.


सब्जियों की फसल को नुकसान


बता दें कि तापमान बढ़ने से सब्जियों की फसल को काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में सब्जियां मंडी तक नहीं पहुंच पा रही हैं और इससे सब्जियों की आवक भी घट रही है. यही नहीं तेज गर्मी और लू की वजह से मंडी में रखी सब्जियां जल्द खराब होती जा रही हैं. हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण में भारत के 343 जिलों के 48,000 से ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं को शामिल किया गया. उपभोक्ताओं ने सब्जियों के बढ़ते दाम को लेकर चिंता जताई है, उन्होंने प्याज, आलू और टमाटर जैसी सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी की सूचना दी है.


मॉनसून की बारिश में कमी


वैसे तो गर्मियों में सब्जी की कमी होना आम बात है, लेकिन इस साल यह कमी बहुत ज्यादा हुई है. इसका कारण है पूरे देश में सामान्य तापमान 4 से 9 डिग्री सेल्सियस रहा है. यही नहीं मॉनसून की बारिश भी इस बार काफी देर से आ रही है, जिससे फसलों की उगाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस सीजन की बारिश में 18% की कमी है.


घट सकती है सब्जी की कीमत


जानकारी के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि गर्मी और कम बारिश के कारण सब्जियों और फलों की फसल पर असर पड़ा है. विशेषज्ञों की मानें तो जुलाई की शुरुआत तक अच्छी बारिश हो जाती है तो समस्या को कम किया जा सकता है. इससे सब्जियों की कीमत भी घट सकती है.


दक्षिणी राज्यों में बढ़े सब्जियों के भाव


बता दें कि दक्षिणी राज्यों में टमाटर की कीमतों पर सबसे ज्यादा तेजी देखी गई है. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि भीषण गर्मी और देर से मानसून आने की वजह से सब्जियों की पैदावार कम हो गई है और सब्जियां तेज गर्मी की वजह से खराब होने लगी है, जिससे उनकी कीमत बढ़ रही है. लेकिन अगर आने वाले हफ्तों में अच्छी बारिश हो जाती है, तो सब्जी के दाम कम होने की उम्मीद बढ़ जाएगी.


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