बादाम की खेती करने से मालामाल होंगे किसान, जानें किन बातों का रखना होगा खास ध्यान
Almond Cultivation: एक बार पौधा लगाने से 50 साल तक मुनाफा कमा सकते हैं. बादाम की खेती में किसानों की अच्छी कमाई होती है.
देखा गया है कि पहले बादाम की खेती सिर्फ ठंडे पर्वतीय इलाकों में की जाती थी, लेकिन अब वक्त बदल गया है. अब बादाम की मैदानी जगहों पर भी होने लगी है. यह सब उच्च तकनीक के चलते ही संभव हो सका है. उन्नत किस्मों की वजह से यह मुमकिन हो सका है. बाजार में बादाम का भाव 600 रुपए से 1000 रुपए प्रति किलोग्राम है. हर साल एक पेड़ से 2-2.5 किलो सूखे बादाम मिलते हैं. दूसरी ओर बादाम की मांग भी पहले की तुलना में बढ़ी है, क्योंकि लोग इससे स्वास्थ्य को होने वाले फायदों के बारे में पहले से अधिक पसंद करने लगे हैं. इससे किसान मालामाल हो सकते हैं.
ऐसे की जाती है बादाम की खेती
बादाम की खेती का सफर एक सुनहरे सपने की तरह है, जो 7 से 25 डिग्री सेल्सियस के सुहाने मौसम में खिलता है. इसे उगाने के लिए चाहिए समतल और उपजाऊ मिट्टी जैसे बलुई और दोमट, जिनकी गहराई पौधों की जड़ों को ठिकाना दे सके. बादाम के पौधों की बुनियाद रखने से पहले गड्ढे खोदकर उनमें गोबर की खाद और केंचुआ की खाद का भरपूर इस्तेमाल करना जरूरी है. इस तैयारी से मिट्टी में पोषण का भंडार भर जाता है. जब पौधों को लगाया जाता है, तो ध्यान रखना चाहिए कि उनके बीच की दूरी 5 से 6 मीटर हो ताकि हर पौधा अपनी जगह पर फैल सके और फलदार हो सके.
बादाम होता है स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
देश में बादाम की गिरी को खूब पसंद की जाती है. इस की खास वजह ज्यादा पोषक और औषधीय गुणों से भरपूर होना है. इसकी मांग दवाइयों और सौंदर्य सामग्री में इस्तेमाल के लिए भी होता है. बादाम खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार साबित होता है. इससे दिल के दौरे का जोखिम भी कम होता है. इतना ही नहीं, बादाम खाने से दिमाग भी तेज होता है. साथ ही बादाम दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है.
इन बातों का रखें खास ध्यान
अगर बादाम की बहुत अच्छी पैदावार चाहते हैं तो इसके साथ ही मधुमक्खी पालन भी करें, जो आपके पौधों में परागण को बढ़ाएंगी, इससे उत्पादन बढ़ेगा. बादाम की खेती करने से पहले कृषि विशेषज्ञ से अपनी अपनी मिट्टी की जांच करवा लें और साथ ही जलवायु के हिसाब से भी पता कर लें कि किस किस्म के बादाम उगाने चाहिए. अलग-अलग जलवायु के हिसाब से अलग-अलग किस्म होती है. गलत किस्म लगाने से उत्पादन प्रभावित होगा. गर्मी के वक्त पर 10 दिन के अंदर सिंचाई करें. वहीं सर्दी में 20-25 दिन में सिंचाई करनी चाहिए. बादाम के पौधों को हवा से बचाने के लिए सहारा दें.
वैसे तो बादाम का पेड़ 3-4 साल में फल देने लगता है, लेकिन पूरी क्षमता से फल देने में बादाम के पेड़ को करीब 6 साल लगते हैं. अच्छी बात यह है कि बादाम के पेड़ एक बार लगाने के बाद 50 साल तक फल देता है. अलग-अलग किस्म के हिसाब से अलग-अलग उत्पादन मिलता है, इसलिए मुनाफा भी कम-ज्यादा हो सकता है. बाजार में बादाम का भाव 600 रुपए से 1000 रुपए प्रति किलोग्राम है. एक पेड़ से 2-2.5 किलो सूखे बादाम हर साल मिलते हैं. यानी आपको पहली बार खेती में खर्च करना होगा और फिर सालों तक मुनाफा मिलेगा. वहीं बादाम के खेत में अन्य सब्जियों की खेती भी कर सकते हैं. जिससे मुनाफा और बढ़ेगा.