Disease Resistant Tomato Variety: टमाटर एक प्रमुख बागवानी फसल है, जिसके बिना रसोई के ज्यादातर व्यंजनों का स्वाद अधूरा ही है. ये देश के ज्यादातर किसानों की आमदनी का जरिया (Tomato Farming) तो है ही, साथ ही इससे सेहत को भी कई फायदे मिलते हैं. आमतौर पर बाजार में हरा, पीला और लाल, नारंगी रंग के चमकदार टमाटरों की भरमार होती है, लेकिन अब जल्दी ही आपकी थाली में बैंगनी रंग का टमाटर (Purple Tomato) भी पहुंचे वाला है. ये कोई साधारण टमाटर नहीं है, बल्कि इसमें कैंसर रोधी गुण (Tomato with Anti Cancer Properties) मौजूद है, जिसकी खेती करने पर किसानों को कीट-रोगों की समस्या (Disease Resistance Tomato) से छुटकारा मिल जाएगा. टमाटर की यह किस्म (New Tomato Variety) यूरोपीयन वैज्ञानिकों ने स्नैपड्रैगन फूल (Snapdragon Flower) के डीएनए से तैयार की है, जिसे अब अमेरिकी नियामकों की स्वीकृति भी मिल चुकी है.


गुणों की खान है बैंगनी टमाटर


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 14 साल पहले इटली, यूके, जर्मनी, और नीदरलैण्ड्स के वैज्ञानिकों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने रिसर्च लैब में बैंगनी रंग का टमाटर विकसित किया था. इतने साल बाद अब अमेरिकी कृषि विभाग (यूएसडीए) ने इसे मंजूरी दे दी है. अमेरिकी कृषि विभाग ने बताया कि साधारण किस्मों की तुलना में बैंगनी टमाटरों में कीड़ा लगने की ज्यादा संभावनाएं नहीं रहतीं. अब अमेरिका में भी इस जीएम टमाटर की खेती और ब्रीडिंग की जा सकेगी. 


कैंसर और दिल की बीमारियों में फायदेमंद


बैंगनी टमाटर किस्म एंटीरीनम नामक जीन्स की सहायता से ईजाद की गई है, जो स्नैपड्रैगन, ड्रैगन फ्लावर, और डॉग फ्लावर से मिलता है. 



  • इस बैंगनी टमाटर में किसी रसायनिक रंग का नहीं, बल्कि ब्लैकबरी, क्रेनबरी और चोकबरी जैसी बेरियों में पाया जाने वाले एंथोसायनिन का प्रयोग किया गया है.

  • बता दें कि एंथोसायनिन में कोई भी स्वाद और खुशबू नहीं होती, लेकिन इसके कारण फल और सब्जियों को खट्टा और कसैला फ्लवेर मिल जाता है.  

  • एंथोसायनिन में एंटी-ऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण भी मौजूद होते हैं, जिसके चलते यह कैंसर, दिल के रोग और बढ़ती उम्र के लक्षणों को भी नियंत्रित करने में मददगार है.

  • वैज्ञानिकों की मानें तो बैंगनी टमाटर में मौजूद एंथोसायनिन के कारण मोटापा और पेट से जुड़ी बीमारियों में भी काफी फायदेमंद साबित हो सकता है.  


अमेरिका में होगी बिक्री


बैंगनी टमाटर (Purple Tomato Farming) विकसित करनेवाले वैज्ञानिकों के मुताबिक, जो लोग आम सब्जियां खाना पसंद नहीं करते, उनके लिए बैंगनी टमाटर एक ऑप्शन बन सकता है. रिसर्च के मुताबिक, साधारण टमाटर के मुकाबले इस बैंगनी टमाटर के छिलके और गूदे में ज्यादा एंथोसायनिन (Anthocyanins) पाया जाता है.


एक परीक्षण के मुताबिक बैंगनी टमाटर (GMO Purple Tomato) खाने से चूहों के अंदर सकारात्मक बदलाव देखे गए और चूहों के जीवनकाल में वृद्धि भी दर्ज हुई. इसके बाद ही वैज्ञानिकों ने यूरोप की पहली जीएम फसल स्किन ऑफ कंपनी- नॉफोक प्लांट साइंसेज़ शुरू की और अगस्त 2021 में इसके लिए नियामक मंजूरी की अर्जी भी दाखिल कर दी. अब जब इस किस्म को स्वीकृति मिल गई है तो ये टमाटर (Purple Tomato) यूरोप के बजाय अमेरिका में ज्यादा नाम कमाएंगे. 


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


इसे भी पढ़ें:-


Radish Cultivation: सिर्फ 10,000 का खर्च और 1.5 लाख तक की कमाई, इस खास तरीके से ही करें मूली की खेती


Spinach Cultivation: ये है पालक की खेती करने का नया तरीका, 20 दिन के भीतर मिलेगी 1 लाख रुपये की पैदावार