मछली पालन के वक्त इन बातों का रखें खास ख्याल, ज्यादा होगा मुनाफा
Pisci culture: मछली पालन से किसान मोटी कमाई कर सकते हैं, लेकिन इस व्यवसाय में मछलियां मरने से कई बार लोगों को घाटा हो जाता है. इसी से बचने के लिए हम आपको कुछ जरूरी बातें बताने जा रहे हैं.
Fish Farming: मछली एक ऐसा खाना है जिसे भारत के लगभग हर कोने में खाया जाता है. हेल्दी होने के कारण इसकी डिमांड भी मार्केट में काफी ज्यादा है. ऐसे में आप भी मछली पालन करके मोटी कमाई कर सकते हैं. लेकिन इस व्यवसाय में आपको कुछ बातों खास ख्याल रखना होता है जिससे कि आप इस व्यवसाय में ज्यादा फायदा उठा पाएं. खासकर गर्मियों के मौसम में आपको कुछ बातों का सख्ती के साथ पालन करना होता है.
इस तरह करें पालन
सबसे पहले एक तालाब बनवाना होगा. सुनिश्चित करें कि तालाब वाले क्षेत्र में पानी की पर्याप्त आपूर्ति हो. क्योंकि आपको हर कुछ दिनों में पानी बदलना होगा. मछली पालन का व्यवसाय करने वाले लोगों से मछली के बच्चे खरीदने होंगे. मछली को पौष्टिक आहार प्रदान करें जो उनके विकास और स्वास्थ्य के लिए जरूरी हो. आप किस प्रजाति की मछली का पालन कर रहे हैं कारोबार में आने वाला खर्च इस बात पर भी निर्भर करता है. आप मछली पालन की बारीकियों को सीखें और अनुभवी किसानों से सलाह जरूर लें.
इन बातों का रखें ख्याल
1- मछली पालन के दौरान बीमारियों से बचाव के लिए उचित उपाय करने जरूरी हैं. इसके अलावा स्वच्छता का भी खास ध्यान रखना आवश्यक है.
2- आप अगर मछलियों का बेहतर स्वास्थ्य चाहते हैं और उनकी अच्छी ग्रोथ देखना चाहते हैं तो उन्हें केमिकल युक्त खाना बिल्कुल न खिलाएं. मछलियों को नेचुरल भोजन कराएं जिससे मछली स्वस्थ रहे और उनकी वृद्धि भी अच्छे से हो.
3- मछलियों के मे सफेद चूने का प्रयोग करना अनिवार्य है. जिससे वे स्वस्थ रहेंगी और किसानों को कोई नुकसान नहीं होगा.
4- मछली पालन कर रहे हैं किसानों के लिए गर्मी के मौसम में मछलियों पर प्रभाव न पड़े इसलिए तालाब का पानी बदलते रहने चाहिए. इसके साथ ही किसानों को तालाब में पानी का लेवल पांच फुट से लेकर साढ़े पांच फुट तक रखना चाहिए.
मछलियों को एक तालाब से दूसरे तालाब में कर सकते हैं शिफ्ट
गर्मियों का मौसम में मछलियों को कई सारी बीमारी भी हो जाती है. इससे बचने के लिए किसान तालाब के पानी में पोटेशियम परमैंगनेट का छिड़काव कर सकते हैं. इससे मछलियों की बीमारी दूर रहती है और साथ तालाब में ऑक्सीजन की मात्रा भी सही रहती है. गर्मी का मौसम में अगर तालाब में ज्यादा मछली हो गई है तो फिर किसानों को उन्हें एक तालाब में नहीं देखना चाहिए.
मछलियों के कुछ प्रतिशत को निकाल करके दूसरे तालाब में उन्हें शिफ्ट कर देना चाहिए. ताकि उन्हें कोई समस्या ना हो. गर्मी के मौसम में मछलियों के खाने के खास ध्यान रखना होता है. इस मौसम में उन्हें सूखा खाना नहीं देना चाहिए. किसान इसके लिए कुछ ताजा पानी में थोड़ा सा मीठा घोलकर और उसमें विटामिन सी मिलाकर मछलियों को आहार के रूप में दे सकते हैं. मछली पालन कर रहे किसान अगर इन बातों को ध्यान रखेंगे तो उन्हें नुकसान नहीं होगा.
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