Apple Production In Himachal Pradesh: खरीफ की तरह रबी का सीजन भी किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा है. मार्च में हुई बारिश, ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद हो गई थी. इसके अलावा अन्य राज्यों में भी बारिश-ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है. अब ऐसे ही खराब मौसम से सेब के बर्बाद होने की खबरें सामने आ रही हैं. सेब महंगी और पहाड़ी राज्यों की प्रमुख फसल मानी जाती है. ऐसे में इस फसल के नुकसान होने से किसानों की चिंता बढ़ गई हैं. किसान परेशान है कि उसके नुकसान की भरपाई किस तरह की जाए. 


यहां हुआ ओलावृष्टि से नुकसान


तेज बारिश, ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हो रहा है. कुल्लू की खराहल घाटी, लग घाटी और जिले के ऊपरी इलाकों में फसलों को काफी नुकसान हुआ है. कई जगह पर काफी संख्या में कच्चे सेब ही पेड़ से गिर गए हैं. उनकी टहनियां तक टूट गई. 


80% तक नुकसान की संभावना


तेज बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि का असर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. जिला प्रशासन और कृषि विभाग के स्तर से नुकसान हुई फसल का सर्वे शुरू कर दिया गया है. स्थानीय किसानों का कहना है कि बारिश 6 से 7 दिन से लगातार पड़ रही है.  ऐसे में 50 से 80 प्रतिशत तक नुकसान होने की संभावना है. 


75 हजार परिवार होंगे प्रभावित


सेब की अब फ्लावरिंग हो रही है. इस समय में पड़ी बारिश और बड़ी ठंड ने सेब के फूलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया है. नाशपाती, प्लम, फलदार पौधे, मटर समेत अन्य सब्जियों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, घाटी में करीब 30 हजार हेक्टेयर में बागवानी हो रही है और करीब 75 हजार परिवार सीधे तौर पर खेती से जुड़े हैं. ऐसे में इन परिवारों को नुकसान अधिक है.



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