एक्सप्लोरर

Crop Loss Compensation: सूखा की चपेट में बिहार के 7841 गांव, हर परिवार को 3,500 रुपये का सहायतानुदान देगी सरकार

Drought Compensation: बिहार राज्य सरकार की कैबिनेट ने 11 जिलों के करीब 7841 गांव को सूखाग्रस्त घोषित कर दिया है और इन गांवों के हर परिवार को 3,500 रुपये सहायतानुदान देने का भी फैसला किया है.

Grant Aid for Drought in Bihar: अभी पूरा देश मौसम की मार से उबर नहीं पाया है. जहां उत्तर प्रदेश के कई गांव अब भी बाढ़ जैसे हालातों का सामना कर रहे हैं तो वहीं बिहार में स्थिति बिल्कुल उलट है. यहां कई ग्रामीण इलाके ऐसे हैं, जहां बारिश की कमी के कारण खरीफ फसलों की खेती नहीं हो पाई. कभी बड़े धान उत्पादक सूची में शामिल बिहार राज्य में इस साल धान की रोपाई का आंकड़ा भी काफी कम रहा है.

पहले बारिश की कमी और अब यहां के ग्रामीण लोग सुखाड़ का सामना कर रहे हैं. इन सूखाग्रस्त गांव में रहने वाले परिवारों की मदद के लिए अब राज्य सरकार आगे आई है. बिहार राज्य सरकार की कैबिनेट ने 7841 गांव को सूखाग्रस्त (Drought in Bihar) घोषित कर दिया है और इन गांवों के हर परिवार को 3,500 रुपये सहायतानुदान देने का भी फैसला किया है.

11 जिलों में पड़ा सूखा

बिहार राज्य सरकार के मुताबिक, राज्य के 11 जिले ऐसे हैं, जहां 30 प्रतिशत से कम बारिश हुई है और फसल की रोपाई का आंकड़ा भी 70 प्रतिशत से कम है. इन जिलों के 96 प्रखंडों के 7841 गांवों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. सूखाग्रस्त गांव को कवर करने वाले जिलों में जहानाबाद, गया औरंगाबाद, शेखपुरा, नवादा, मुंगेर, लखीसराय, भागलपुर, बांका, जमुई और नालंदा शामिल हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन जिलों में सबसे ज्यादा प्रभावित जिले जमुई और बांका हैं. यहां धान की बुवाई का आंकड़ा क्रमश: 20 फीसदी और  37 फीसदी ही रहा है. इन जिलों में ग्रामीण परिवारों की आर्थिक सहायता के लिये  बिहार अकास्मिक निधी से 500 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. 

बाढ़ में भी फसल नुकसान पर मुआवजा

बिहार राज्य के वैसे तो ज्यादातर इलाके बारिश की एक बूंद तक के लिए तरस गए, लेकिन कुछ इलाकों में तेज बारिश के कारण खेतों में भी पानी भर गया है. ऐसी फसलों के लिए भी सरकार ने क्षतिपूर्ति का ऐलान किया है. बाढ़ से जलमग्न हुई फसलों के लिए कृषि इनपुट सब्सिडी के जरिये किसानों को भरपाई की जाएगी. इतना ही नहीं, मॉनसून 2022 के खराब मिजाज के कारण हुए नुकसान का अनुमान लगाने के लिए राज्य में सर्वे भी किया जाएगा.  

बिहार में खराब बारिश का मिजाज

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस साल बिहार में बारिश की शुरुआत तो अच्छी हुई, लेकिन जुलाई आने तक मौसम का मिजाज काफी बिगड़ गया. यहां समय से दो दिन पहले यानी 13 जून को मॉनसून से दस्तक दी, लेकिन मॉनसून के 122 दिनों में 32 फीसदी बारिश कम हुई. यही कारण है कि बिहार के हजारों गांव आज सुखाड़ की चपेट में हैं. इतना ही नहीं, राज्य में 45,000 से ज्यादा गांव की सूची में से सिर्फ 17 प्रतिशत गांव को ही सूखाग्रस्त घोषित किया है. 

धान की रोपाई में गिरावट

देश के ज्यादातर इलाकों में पहले तो मॉनसून (Monsoon 2022) खूब जोश के साथ बरसा. इसके बाद अगस्त आते-आते किसानों के लिए मुसीबत खड़ी होने लगी. बिहार-झारखंड के कई किसानों ने धान की रोपाई के लिए बिचड़ा भी तैयार कर लिया था, लेकिन बारिश की कमी के कारण धान की रोपाई (Paddy Plantation) ही नहीं हो पाई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार में इस साल कम बारिश के कारण धान की रोपाई का रकबा करीब 1.97 लाख हेक्टेयर तक घट चुका है.

यही कारण है कि धान के उत्पादन (Paddy Production) में कमी आई है और किसानों को भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा रहा है. बिहार ही नहीं, मौसम के ये तेवर दूसरे राज्यों में भी भारी पड़ रहे हैं. पड़ोसी राज्य झारखंड में भी कम बारिश के कारण सूखा जैसे हालात (Drought in Bihar) पैदा होते दिखाई पड़ रहे हैं. राज्य में बारिश की कमी के कारण 9.32 लाख हेक्टेयर में धान की खेती का रकबा घट गया है, जो चिंता का विषय है. 

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़ें- 

बिहार में 1 नवंबर से खरीदा जायेगा धान, यहां करें रजिस्ट्रेशन

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

देवेंद्र फडणवीस बनेंगे सीएम: शिंदे की बीमारी से बढ़ी अजित पवार की पावर, मजबूर बीजेपी ने चल दिया अंतिम दांव
देवेंद्र फडणवीस बनेंगे सीएम: शिंदे की बीमारी से बढ़ी अजित पवार की पावर, मजबूर बीजेपी ने चल दिया अंतिम दांव
संभल हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन पर अखिलेश यादव बोले- 'पुलिस के पास हैं विदेशी हथियार' 
संभल हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन पर अखिलेश यादव बोले- 'पुलिस के पास हैं विदेशी हथियार' 
विराट की जगह यह खिलाड़ी बनेगा RCB का नया कप्तान? IPL 2025 में खत्म हो सकता है 17 साल का सूखा
विराट की जगह यह खिलाड़ी बनेगा RCB का कप्तान? IPL 2025 में खत्म हो सकता है 17 साल का सूखा
बहन आलिया पर लगे Ex बॉयफ्रेंड की हत्या के आरोप के बाद Nargis Fakhri ने शेयर की पहली पोस्ट, लिखा- 'हम आपके लिए...'
बहन पर लगे हत्या के आरोप के बाद नरगिस फाखरी ने शेयर की पहली पोस्ट, लिखी ये बात
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Rahul Gandhi Sambhal Visit: संभल जाने पर आखिर Rahul पर क्यों लगाई जारही है रोक ?Firing on Sukhbir Singh Badal : सुखबीर बादल पर हमले को लेकर सपा नेताओं का बड़ा बयानFiring on Sukhbir Singh Badal : सुखबीर बादल पर हमले को लेकर CM Mann का बड़ा बयानBreaking News : महाराष्ट्र में कुछ ही देर बाद महायुति की बैठक | Devendra Fadnavis  | BJP

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
देवेंद्र फडणवीस बनेंगे सीएम: शिंदे की बीमारी से बढ़ी अजित पवार की पावर, मजबूर बीजेपी ने चल दिया अंतिम दांव
देवेंद्र फडणवीस बनेंगे सीएम: शिंदे की बीमारी से बढ़ी अजित पवार की पावर, मजबूर बीजेपी ने चल दिया अंतिम दांव
संभल हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन पर अखिलेश यादव बोले- 'पुलिस के पास हैं विदेशी हथियार' 
संभल हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन पर अखिलेश यादव बोले- 'पुलिस के पास हैं विदेशी हथियार' 
विराट की जगह यह खिलाड़ी बनेगा RCB का नया कप्तान? IPL 2025 में खत्म हो सकता है 17 साल का सूखा
विराट की जगह यह खिलाड़ी बनेगा RCB का कप्तान? IPL 2025 में खत्म हो सकता है 17 साल का सूखा
बहन आलिया पर लगे Ex बॉयफ्रेंड की हत्या के आरोप के बाद Nargis Fakhri ने शेयर की पहली पोस्ट, लिखा- 'हम आपके लिए...'
बहन पर लगे हत्या के आरोप के बाद नरगिस फाखरी ने शेयर की पहली पोस्ट, लिखी ये बात
Indian Navy Day: पाकिस्तान के साथ जंग के दौरान इंडियन नेवी ने किया था ये ऑपरेशन, तबाह हो गया था दुश्मन
Indian Navy Day: पाकिस्तान के साथ जंग के दौरान इंडियन नेवी ने किया था ये ऑपरेशन, तबाह हो गया था दुश्मन
ठंड में छोटे बच्चों को जरूरत से ज्यादा कपड़े पहनाते हैं आप? जान लीजिए इसके नुकसान
ठंड में छोटे बच्चों को जरूरत से ज्यादा कपड़े पहनाते हैं आप? जान लीजिए इसके नुकसान
झांसी लाइब्रेरी ने हासिल की ये खास उपलब्धि, जानें क्या है खासियत और कितनी हैं सुविधाएं
झांसी लाइब्रेरी ने हासिल की ये खास उपलब्धि, जानें क्या है खासियत और कितनी हैं सुविधाएं
फडणवीस क्या देश के सबसे अमीर सीएम हैं? जान लीजिए हर राज्य के मुख्यमंत्री की कुल संपत्ति
फडणवीस क्या देश के सबसे अमीर सीएम हैं? जान लीजिए हर राज्य के मुख्यमंत्री की कुल संपत्ति
Embed widget