Dairy Product Export From India: देश के किसान लगातार तरक्की कर रहे हैं. केंद्र सरकार भी किसानों की आय बढ़ाने, उन्हें उन्नत करने के लिए हर संभव मदद कर रही है. देश के प्रोडक्ट को विदेशों में खूब पसंद किया जाता है. यहां के फल, सब्जी को विदेशी बड़ा चाव से खाना पसंद करते हैं. वाणिज्यिक मंत्रालय के ताजा आंकड़ें सामने आए हैं. उसके अनुसार, देश के डेेयरी प्रोडेक्ट, गेहूं, दाल, चावल समेत कई अनाजों का निर्यात बढ़ गया है. 


कृषि और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट के निर्यात का आंकड़ा जारी


मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वाणिज्यिक खुफिया और सांख्यिकी महानिदेशालय ने अप्रैल से नवंबर तक कृषि और प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट के निर्यात का अस्थायी डाटा जारी किया है. ये सभी तरह के प्रोडेक्ट का डाटा है. आंकड़ों में सामने आया है कि इन प्रोडक्ट का एक साल पहले निर्यातत 15.07 बिलियन डॉलर था, जोकि अब बढ़कर 17.43 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. आंकड़ों की ग्रोथ देखकर किसान, सरकार, कारोबारी सभी खुश हैं. किसान और कारोबारियों की निर्यात बढ़ने से कमाई बढ़ी है. 2022-23 के लिए वाणिज्य सरकार का निर्यात लक्ष्य 23.56 अरब डॉलर निर्धारित किया गया था. 


इस तरह हुई ग्रोथ


वाणिज्यिक खुफिया और सांख्यिकी महानिदेशालय की रिपोर्ट में सामने आया है कि प्रोसेस्ड फल और सब्जियों के निर्यात में अप्रैल से नवंबर 2022 में 2.60 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई. ताजे की फलों का निर्यात 4 प्रतिशत बढ़ा, जबकि अनाज जैसे फूड प्रोडेक्ट 28.29 प्रतिशत अधिक विदेश भेजे गए. 


गेहूं, दालों का निर्यात भी बढ़ा


दालों के एक्सपोर्ट करने की स्थिति भी ठीक है. नवंबर 2022-23 के बीच दालों का निर्यात 90.49 प्रतिशत बढ़ा है. यह अब बढ़कर 392 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है. गेहूं का निर्यात 29.29 प्रतिशत बढ़ा है. यह 1508 मिलियन डॉलर तक दर्ज किया गया है. 


डेयरी प्रोडेक्ट, चावल का एक्सपोर्ट भी बढ़ा


डेयरी प्रोडेक्ट, चावल के निर्यात में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. डेयरी प्रोडक्ट में बढ़त 33.77 प्रतिशत दर्ज की गई है. यह बढ़कर 421 मिलियन डॉलर हो गया है. जबकि बासमती चावल का निर्यात 39.26 प्रतिशत बढ़ा है. यह 2873 मिलियन डॉलर हुआ है, जबकि गैर बासमती चावल का निर्यात 5 प्रतिशत बढ़कर 4109 मिलियन डॉलर हुआ है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



यह भी पढ़ें:- जैविक खेती को लेकर किसानों के मन में भ्रम, क्या सच में कम हो जाता है प्रोडक्शन, यहां जानें