Kharif Crop :खरीफ फसल की कटाई शुरू हो गई है. धान विभिन्न राज्यों की मंडियों में बिकने के लिए पहुंच रहा है. काफी संख्या में किसान पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में धान मंडी में बेचने के लिए पहुंच रहे हैं. इस बार पंजाब में धान की बंपर फसल हुई है.


वर्ष 2021 के मुकाबले इस साल डेढ़ लाख हेक्टेयर भूमि में अधिक धान हुआ है. अधिक धान की पैदावार से किसान भी खुश हैं और राज्य सरकार ने भी भंडारण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं.


पंजाब में हुआ अधिक धान


आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 में 29.61 लाख हेक्टेयर भूमि प्रधान बोया गया था. इस बार पंजाब में 31.13 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर धान की फसल उगाई गई. आंकड़ों को देखे तो पिछले साल के मुकाबले इस साल डेढ़ लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर धान उगाया गया है. ऐसे में सरकार को बंपर पैदावार होने की उम्मीद है. हालांकि धान का मंडियों में पहुंचना लगातार जारी है. जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि कितने धान की पैदावार पंजाब में हुई है


पराली भी बनेगी संकट


धान की बंपर पैदावार से पंजाब के किसान खुश हैं वहीं एक चिंता करने वाली बात भी है पंजाब और हरियाणा में पराली का बड़ा संकट है. वर्ष 2021 में 18.75 मिलियन टन पराली पैदा हुई थी. करीब 14 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर यही पराली जला दी गई. इस बार धान अधिक हुआ है. ऐसे में किसान अधिक मात्रा में पराली को जला सकते हैं.


यदि ऐसा हुआ तो एक बार फिर स्मॉग (Smog) पंजाब, हरियाणा, यूपी दिल्ली को अपनी चपेट में ले लेगा. पॉल्यूशन डिपार्टमेंट इसको लेकर अलर्ट है. राज्य स्तर से भी किसानों को निर्देश दिए गए हैं कि पराली किसी भी सूरत में न जलाई जाए. उसे डी कंपोजर या अन्य विधि के माध्यम से खत्म किया जाए. कोशिश की जाए कि पराली से किसी भी तरह का प्रदूषण ना हो. यदि कोई किसान प्रदूषण करता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.


191 लाख मीट्रिक टन की होगी धान खरीद


केंद्र सरकार ने सरकारी खरीद एजेंसियों को 184. 45 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य दिया है, जबकि राज्य सरकार की ओर से 191 लाख मीट्रिक टन धान खरीद के इंतजाम किए गए हैं. पंजाब में 4465 राइस मिलों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है.उनका निरीक्षण भी अफसरों के स्तर से चल रहा है अब तक 3600 से अधिक मिलो का ऑनलाइन आवंटन हो चुका है. यहां 30 अक्टूबर तक धान खरीद होनी है.


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