Centers of Excellence in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को भारत का सबसे बड़ा सब्जी उत्पादक(Highest Vegetable Producer) कहा जाता है. यहां के किसान खाद्यान्न फलों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर फल-सब्जियों की बागवानी(Horticulture) भी करते हैं, लेकिन उन्हें उन्नत किस्मों के साथ टिकाऊ खेती(Sustainable Farming) करने का ज्यादा तजुरबा नहीं है, जिसके कारण कई बार जोखिम का सामना करना पड़ जाता है. खासकर शुरुआती चरण में बीज से पौधा तैयार करते समय ही नर्सरी(Nursery) में कई कमियां रह जाती है, जिसके चलते किसान अपनी मेहनत के बराबर उत्पादन भी नहीं ले पाते. लेकिन अब इजराइल की तकनीक (Israel Technology) से उत्तर प्रदेश के किसानों को कम खर्च में सब्जी और फलों का बेहतर उत्पादन (Highest Production) लेने में मदद मिलेगी. इसके लिये केंद्र सरकार की योजना के तहत उत्तर प्रदेश में फल और सब्जियों की आधुनिक खेती (Advanced Farming) के लिये दो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center of Excellence) स्थापित किया गये हैं, जिसमें फलों का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center of Excellence- Fruits )बस्ती में और सब्जियों का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस(Center of Excellence- Vegetables) कन्नौज में बनाया जा चुका है. 


जुलाई से मिलेगा किसानों को लाभ
रिपोर्ट्स की मानें तो बस्ती और कन्नौज में स्थापित फल और सब्जियों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस जुलाई तक किसानों के लिये खोल दिये जायेंगे, जहां खेती की इजराइली तकनीक के बारे में जानकारी लेकर उससे खेती करके किसानों को लाभ पहुंचाया जायेगा.


किसानों को मिलेंगे उन्नत बीजों से तैयार पौधे
बस्ती और कन्नौज के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में किसानों को उन्नत बीजों से पौधे तैयार करके दिये जायेंगे. किसान चाहें तो खुद से बीज खरीदकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में संपर्क कर सकते हैं, जहां किसानों के बीजों से भी पौधा तैयार करने की सुविधा दी जायेगी. इन सेंटर्स में किसानों को उन्नत खेती के गुर भी सिखायें जायेंगे, जिससे बेहतर ढंग से फल और सब्जियों की खेती की जा सके. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में किसानों को बिना किसी शुल्क के ट्रेनिंग की सुविधा भी मिलेगी, जिसमें किसानों को फसलों में रोग नियंत्रण, कीट नाशकों के छिड़काव और खेती से संबंधी दूसरी जानकारियां भी दी जायेंगी.




मिर्जापुर में भी खुला मिनी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
उत्तर प्रदेश के जिले मिर्जापुर से 40 किलोमीटर दूर पटेहरा गांव में भी बागवानी विभाग की मदद से मिनी एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर वेजिटेबल खोला गया है, जहां हर साल 12 लाख पौधे तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. इस सेंटर में फल और सब्जियों के अधिक पैदावार वाले रोगमुक्त पौधे उगाकर किसानों को कम दामों में बेचे जायेंगे. इस सेंटर में बागवानी फसलों में कृषि कार्यों से जुड़ी जानकारियां और ट्रेनिंग किसानों को दी जायेगी. जानकारी के लिये बता दें कि मिर्जापुर जिले के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में फल और सब्जियों के 3 लाख पौधे तैयार किये जा चुके हैं. कई किसानों को मिर्च और टमाटर की खेती के लिये 30,000 पौधे आबंटित भी किया जा चुके हैं. 


कम दामों में मिलेंगे पौधे
मिर्जापुर जिले के मिनी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस( Mini Center of Excellence) में सब्जियों के पौधे 2 रुपये प्रति पौध की कीमत पर किसानों को दिये जायेंगे. जो किसान अपने बीजों से पौध तैयार करवाना चाहते हैं, उन्हें सिर्फ 1 रुपये प्रति पौध के हिसाब खर्च करना होगा. जबकि पॉलीहाउस (Polyhouse) में उन्नत तकनीक (Advanced Technique) से तैयार पौधों को 3 रुपये प्रति पौध की कीमत पर किसानों को बेचा जायेगा. इससे किसान नर्सरी (Horticulture Nursery) तैयार करने के झंझट से बचेंगे और चिंता मुक्त होकर खेती कर सकेंगे.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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