Cockroach Farming Benefits: कॉकरोच को गंदगी वाला जीव माना जाता है. बच्चे, बड़े तक कॉकरोच से डर जाते हैं. महिलाओं पर तो कॉरोच से डरने के कई फिल्मी सीन भी हैं. कॉकरोच घर, दुकान कहीं भी हो सकते हैं. बाजार में कॉकरोच भगाने के लिए कई स्प्रे और दवाएं तक मौजूद हैं. कॉकरोच को स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है. कई लोगों ने इससे एलर्जी होने की बात कही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जितने नुकसान अभी तक कॉकरोच के सुने हैं. यदि इसका पालन किया जाए तो कॉकरोच बेहद मुनाफे का सौदा भी है. जानने की कोशिश करते हैं कि कॉकरोच पालन कैसे किया जा सकता है?
चीन में कचरा निपटान में काम आता कॉकरोच
चीन आधुनिक देश है. यहां टेक्नोलॉजी का प्रयोग बेहद अधिक आता है. तकनीक में जापान के बाद चीन का नाम आता है. इसी कारण कचरे का उत्पादन भी अधिक होता है. कई रिपोर्ट में सामने आया है कि चीन में 60 मिलियन टन रसोई कचरा पैदा होता है. इस कचरे से कई तरह का खतरा पैदा होता है. इसे निपटाने के लिए कॉकरोच का प्रयोग किया जाता है.
ये है कॉकरोच पालन का तरीका
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन मेें कॉकरोच का पालन छोटे से लेकर बड़े पैमाने तक किया जाता है. इसके पालन के लिए यहां बड़ी बड़ी फैक्ट्रियां बनी हुई हैं. कॉकरोच फार्मिंग सबसे अधिक शिचांग शहर में की जाती है. कॉकरोच को पालने के लिए लकड़ी के बार्ड रख दिए जाते हैं. इनमें थोड़ी सीलन कर दी जाती है. सीलन में कॉकरोच जल्दी पैदा होता है. कॉकरोच फार्माें पर आने वाली लागत भी बहुत अधिक नहीं होती है.
इतने काम हैै कॉकरोच
कॉकरोच का प्रयोग ब्यूटी प्रॉडक्ट के अलावा दवाओं के बनाने में भी किया जाता है. इनसे बनी दवाएं पैप्टिक अल्सर, स्किन रेशेज, घाव, पेट के कैंसर को ठीक करने में मदद करती है. इससे हडडी टूटने पर आने वाली सूजन भी ठीक होती है. कॉकरोच हाई प्रोटीन डाइट है. इससे बने पाउडर का प्रयोग ब्रेड, पास्ता और प्रोटीन बार बनाने में भी किया जाता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि भारत में कॉकरोच पालन बिजनेस फायदेमंद हो सकता है.