Coffee Production: इस स्टेट में बनेगा कॉफी प्रोडक्शन हब, 10 हजार हेक्टेयर में होगा बागान, ये है सरकार की योजना
Coffee Production: ओड़िशा गवर्नमेंट स्टेट में बड़े हिस्से को कॉफी प्रोडक्शन हब के तौर पर स्थापित करने जा रही है. इससे किसानों की इनकम बढ़ेगी. साथ ही स्टेट की भी देश और विदेश में साख बढ़ेगी
Coffee Benefit: ऑर्गेनिक फसलों की खूबी यही है कि यह सेहत और मुनाफे दोनोें पर खरी बैठती हैं. हाल में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में ऑर्गेनिक फल सब्जियों का मार्केट तैयार किया जा रहा है. इसका मकसद घरों तक जैविक फल और सब्जियों को पहुंचाना है. वहीं अब ओडिशा गवर्नमेंट ने ऑर्गेनिक फसलों को लेकर बड़ी पहल की है. ओड़िशा गवर्नमेंट स्टेट के बड़े रकबे में कॉफी पैदावार करेगी. स्टेट गवर्नमेंट ग्राउंड लेवल पर इसकी तैयारियोें में जुट गई है.
10 हजार हेक्टेयर में स्थापित होगा कॉफी बागान
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश सरकार 10 हजार हेक्टेयर में जैविक कॉफी बागान स्थापित किया जा रहा है. इसकी पुष्टि स्टेट गवर्नमेंट ने कर दी है. अगले कुछ वर्षों में यह योजना पहल जमीन पर उतरती दिखाई देगी. सरकार भी यही काम कर रही है कि स्टेट को आर्गेनिक कॉफी प्रोडक्शन हब के रूप में पहचान दिलाई जाए. वहीं, पड़ोसी राज्य में आंध्र प्रदेश में कॉफी बागान अधिक संख्या में हैं. यहां से कॉफी देश ही नहीं विदेश में भी एक्सपोर्ट होती है.
किसानों की इनकम बढ़ेगी
ऑर्गेनिक कॉफी को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार काम कर रही है. अधिकारियों का कहना हैै कि जैविक कॉफी खेती का उत्पादन बढ़ाने का दारोमदार सरकार के साथ ही किसानों के कंधे पर पैदावार होगी. इससे किसानों की आमदनी भी बढ़ेगी और स्टेट की पहचान देश के साथ विदेशों में भी मजबूत होगी. कॉफ़ी बोर्ड के अनुसार, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और उत्तर-पूर्व के गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में कुल कॉफ़ी फ़सल क्षेत्र का लगभग 21 प्रतिशत हिस्सा है. पारंपरिक क्षेत्रों में 3.68 लाख हेक्टेयर की तुलना में 2021-22 में गैर-पारंपरिक क्षेत्रों में 99,380 हेक्टेयर में कॉफी उगाई गई थी.
आंध्र प्रदेश में 94 हजार हेक्टेयर भूमि में हो रही कॉफी
आंध्र प्रदेश के बड़े रकबे में कॉफी हो रही है. यहां 94,956 हेक्टेयर क्षेत्र में कॉफी बोई गई. वहीं, ओड़िशा में 4,424 हेक्टेयर और उत्तर-पूर्व में 4,695 हेक्टेयर कॉफी भूमि है. ओड़िशा में अरेबिका प्रजाति की कॉफी होती है. वहीं, आंध्र और उत्तर पूर्व में रोबस्टा कॉफी का चलन है. कॉफी की फसल को ब्रांड के तौर पर स्थापित करने के लिए क्षेत्रों का जैविक डिजाइन भी तैयार किया जाएगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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