Buffalo Coughing: देश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. कई राज्यों में तापमान 0 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है. पाला और कड़ाके की सर्दी के कारण हाथ-पैरों की गलन बढ़ गई है. कई जगहों पर अभी भी तापमान 2 से 3 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है. ठंड इतनी अधिक है. इंसान ही नहीं, पशुओं का भी हाल बेहाल है. पशु बीमार पड़ रहे हैं. पशुपालक उनके उपचार के लिए डॉक्टरों के चक्कर काट रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जैसे बच्चे, बडे, बूढ़े सभी जुकाम होता है. वैसे ही पशु भी ठंड, जुकाम जैसी समस्या से पीड़ित होते हैं. आज यही जानने की कोशिश करते हैं. 


पशुओं में जुकाम के लक्षण
आम इंसान को जुकाम होने पर नाक से पानी आने लगता है. कई बार नाक जाम हो जाती है. गले में खराश, आवाज भारी हो जाती है. छींक, खांसी और अन्य लक्षण दिखने लगते हैं. जुकाम से पीड़ित व्यक्ति डॉक्टर के पास जाकर अपना इलाज करा लेता है. लेकिन पशुओं के साथ दिक्कत होती हैं. वो खुद डॉक्टर के पास नहीं जा सकते हैं. पशुपालक को ही उनके लक्षणों को पहचानकर उन्हें इलाज कराने की जरूरत होती है. विशेषज्ञों का कहना है कि यदि किसी पशु (गाय, भैंस व अन्य) को जुकाम हो रहा है तो उसकी नाक, आंख से पानी आने लगता है. भूख कम लगती है. शरीर के रोएं खड़े हो जाते हैं. पशु कुछ सुस्त हो जाता है. 


इस तरीके से मिल जाती है राहत
यदि जुकाम संबंधी समस्या पशु में दिख रही है तो राहत देने के लिए उसका घरेलू इलाज भी किया जा सकता है. एक बाल्टी गरम पानी के ऊपर सूखी घास रख दें. बीमार पशु के चेहरे को बोरे से ढक दें. इस दौरान पशु का नाक व मुंह खुला रहने दें. बाद में खौलते पानी में रखी घास पर तारपीन का तेल गिरा दें. इसकी भाप रोगी पशु को दिलवाएं. इससे पशु को काफी लाभ होगा. परेशानी बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. 


निमोनिया से भी पशु को बचाएं
अधिक ठंड होने पर जिस तरह लोगों निमोनिया की चपेट में आते हैं. इसी तरह पशुओं को भी निमोनिया हो जाता है. निमोनिया होने पर पशु को बुखार आता है और वह जुगाली करना बंद कर देता है. आंख, नाक से पानी आना शुरू हो जाता है. निमोनिया होने पर पशु को ठंड में खुले में बिल्कुल न छोड़ें. गर्म स्थान पर रखने से फायदा होगा. पशुओं को निमोनिया से बचाने के लिए गर्म स्थानों पर बांधे. धूप निकलने पर बाहर बांध दें. गर्म पानी से उन्हें नहलाएं. परेशानी बढ़ने पर तुरंत पशु चिकित्सक को दिखाएं. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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