100 से ज्यादा गायों को हेलिकॉप्टर से मारी जाएगी गोली, दिल दहला देने वाली खबर
अमेरिका में जंगली गायों को मारने के लिए अमेरिका वन सेवा ने बड़ा कदम उठाया है. यहां 100 गायों को शूट किया जाएगा. हालांकि वन्य जीवों की हत्या का विरोध स्थानीय स्तर पर शुरू हो गया है.
अमेरिका से गायों को लेकर दिल दहला देने वाली खबर सामने आई हैं. यहां हेलीकॉप्टर से जंगली गायों को शूट कर मार दिया जाएगा. अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी न्यू मेक्सिको मेें इन जंगली गायों को मारा जाएगा. सरकार के स्तर से अगले गुरुवार को शूटरों से भरा हेलीकॉप्टर विशाल गिला वाइल्डरनेस जंगल भेजा जाएगा. सभी शूटरों के पास दूरबीन होगी. दूरबीन से गायों को देखकर उन्हें शूट किया जाएगा. अमेरिकी वन सेवा ने जंगली गायों को मारे जाने की मंजूरी भी दे दी है.
जंगली गायों को मारे जाने का विरोध शुरू
अधिकारियों का तर्क है कि जंगली पशुओं ने जहां जगलों को नुकसान पहुंचाया है. वहीं, यात्रियों को भी चोट पहुंचाते हैं. हालांकि अमेरिका वन सेवा अधिकारियों के इस निर्णय का विरोध भी शुरू हो गया है. कहा जा रहा है कि वन्य जीवों को सीधे शूट करने के बजाय मानवीय कदम उठाना चाहिए. यह क्रूर तरीका सही नहीं है. इस कदम पर दोबारा विचार करना चाहिए. वहीं, भारत में गायों को अलग दर्जा दिया जाता है. हिूंद धर्म में गाय की पूजा की जाती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि गौधन ऐसे ही नाम नहीं है. गौ एक अमूल्य संपदा है. इसका संरक्षण बहुत जरूरी है. गाय का गोबर और दूध बेहद गुणकारी हैं. इसके फायदे जानने जरूरी होते हैं.
गाय के गोबर के फायदे
गाय का गोबर किसान की धरती के लए बेहद उपयोगी माना जाता है. खेती में इसे अमृत के तौर पर देखा जाता है. भारत में किसान आर्गेनिक खाद के रूप में पशुओं के गोबर का प्रयोग करते रहे हैं. इसी कारण जमीन सोना उगलती रही है. इससे खेती में उपज बढ़ जाती है. वहीं, लोग गोबर से खाद बनाकर कमाई भी करते हैं.
दवा का काम करता है गौमूत्र
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विशेषज्ञों का कहना है कि गौमूत्र का प्रयोग भारत में दवा के रूप में किया जाता है. यह पेट के लिए उपयोगी होता है. वहीं, एनवायरमेंट में मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने का काम भी करता है. विशेषज्ञ की सलाह से गौमूत्र का सेवन करने पर कैंसर, डायबिटीज और अन्य रोगों में भी असरकारक होता है.
गाय के दूध के भी हैं अनेक फायदे
गाय के दूध के भी अनेक लाभ हैं. गाय का दूध पाचन तंत्र को मजबूत करता है. साथ ही अधिक कठोर न होने के कारण पचाने में मेहनत नहीं करनी पड़ती है. मां के दूध के समान ही गाय के दूध में पौष्टिक तत्व होते हैं. जब बच्चा मां का दूध नहीं पी पाता है तो उसे गाय का दूध पिलाने की सलाह दी जाती है. बच्चे के बौद्धिक विकास में सहायक होता है. टीबी रोगियों के लिए गाय का दूध कमजोरी दूर करने के काम आता है. यह पित्त संबंधी समस्याओं से भी निजात दिलाता है.
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