Crop Compensation: सरकार ने किसानों के लिए खोला खजाना, इस राज्य में 30600 रुपये प्रति हेक्टेयर तक मिलेगा मुआवजा
गुजरात में लाखों किसानों की फसलें बेमौसम बारिश से बर्बाद हो गई है. अब राज्य सरकार ऐसे ही किसानों को राहत दे रही है. उन्हें फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा.
Crop Compensation In Gujarat: रबी सीजन भी किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा है. मार्च में हुई बारिश ने गेहूं, सरसों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया था. लेकिन कुछ दिनों के लिए फिर बारिश रुकी और फिर से मौसम खराब होना शुरू हो गया. कई राज्यों में आलू, प्याज, टमाटर, केला समेत कई फल और सब्जियां बारिश के कारण खराब हो गई हैं. खराब हुई फसलों के मुआवजे को लेकर केंद्र सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं. हालांकि केंद्र और राज्य सरकार भी किसानों को निराश नहीं कर रही है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल नुकसान की धनराशि दी जा रही है. वहीं, राज्य सरकारों के स्तर से भी मुआवजा भी दिया जा रहा है.
गुजरात के किसानों को राहत
गुजरात सरकार ने किसानों के लिए बड़ी राहत दी है. राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि मार्च और अप्रैल में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हुआ है. किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ा है. प्रदेश के किसानों को फसल बर्बादी को लेकर मुआवजा दिलाने की कवायद शुरू कर दी गई है. इसका जमीनी खाका भी तैयार कर लिया गया है.
किसानों को मिलेगा सबसे बड़ा राहत पैकेज
बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में एक बैठक हुई. बैठक में तय हुआ कि जिन किसानों की बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद हुई है. उन किसानों के अकाउंट में मुआवजा राशि पहुंचाई जाए. इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है. राज्य सरकार का कहना है कि किसानों की मदद के लिए ये सबसे बड़ा राहत पैकेज होगा.
30600 प्रति हेक्टेयर तक मिलेगा मुआवजा
राज्य सरकार किसानों को अच्छी दर का मुआवजा देगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अधिकतम 2 हेक्टेयर जमीन के लिए ही किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. इसका अर्थ ये है कि 5-10 या अधिक हेक्टेयर में फसल को नुकसान पहुंचा है, तब भी किसानों को 2 हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. वहीं, जो किसान नींबू, आम और अमरूद की खेती कर रहे हैं तो उन्हें 30600 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा. ऐसे किसान, जिनकी फसल 33 प्रतिशत या उससे अधिक खराब है. उन्हें राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष से मुआवजा मिलेगा. वहीं, पपीता, केला, चना, सरसों और गेहूं जैसी फसलों के लिए किसानों को एसडीआरएफ 13,500 रुपये की सहायता राशि देगा. राज्य सरकार भी 9,500 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मदद करेगी.
इन 13 जिलों के किसानों को मिलेगा लाभ
राज्य सरकार के अनुसार, राज्य के 13 जिले के किसानों को ही फिलहाल मुआवजा दिया जाएगा. इनमें राजकोट, बनासकांठा, अरवल्ली, तापी, पाटन, साबरकांठा, सूरत, कच्छ, अमरेली, जामनगर, भावनगर, अहमदाबाद और जूनागढ़ शामिल हैं. यहां मुआवजा देने संबंधी सभी प्रोसेस पूरा कर लिया गया है.
ये भी पढ़ें: Ethanol Production: इस राज्य की सभी चीनी मिलों में लगेंगे इथेनॉल प्लांट, बढ़ेगी किसानों की इनकम, ये है तैयारी