Crop Compensation In Maharashtra: बाढ़, बारिश, सूखा हर साल किसानों को परेशान करता है. किसानों की लाखों रुपये की फसल बर्बाद हो जाती हैं. किसान मुआवजे के लिए केंद्र और राज्य सरकार से मदद की गुहार लगाता है. हाल में आई बेमौसम बारिश से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब, बिहार समेत कई राज्यों में फसलों को गंभीर तौर पर नुकसान पहुंचा था. ऐसे ही किसानों के लिए महाराष्ट्र सरकार ने अच्छा कदम उठाया है. राज्य के किसानों ने प्रदेश सरकार के निर्णय का स्वागत किया है.
महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश प्राकृतिक आपदा घोषित
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र सरकार ने किसानों की परेशानी को देखते हुए बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित कर दिया है. मुख्यमंत्री ऑफिस यानि सीएमओ कार्यालय की ओर से इस संबंध में एक बयान भी जारी किया गया है. जारी बयान के अनुसार, प्रदेश में अब बेमौसम बारिश को प्राकृतिक आपदा माना जाएगा. सीएमओ ने कहा है कि बेमौसम बारिश से किसानोें की फसलों को नुकसान होता है तो उन्हें किसी तरह का संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा. जिन किसानों की फसल बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से खराब होगी. उन्हें तुरंत मुआवजा मिल जाएगा.
पैसा जारी करने में नहीं होगी देरी
हाल में कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा कि जिन किसानों की फसलें 33 प्रतिशत से अधिक बर्बाद होंगी. उन्हें हर हाल में मुआवजा दिया जाएगा. यदि बेमौसम बारिश 5 दिनों तक 10 मिमी रहती है. उसे प्राकृतिक आपदा मानते हुए किसानों की बर्बाद हुई फसल का सर्वे कराया जाएगा. उसे तत्काल मदद दी जाएगी.
लाखों हेक्टेयर में फसल को नुकसान
पिछले महीने महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई थी. इससे लाखों हेक्टेयर में लगी फसल को नुकसान पहुंचा था. रबी फसल के साथ मोटे अनाज और बागवानी फसलों को भी नुकसान हुआ था. किसानों ने राज्य सरकार से मुआवजा देने की मांग की थी. राज्य सरकार भी इस दिशा में काम कर रही थी. वहीं, पंजाब सरकार ने हाल में वैशाखी के दिन किसानों को 15 हजार प्रति एकड़ मुआवजा देने का एलान किया है.