Crop Cultivation In India: आटे की बढ़ी कीमतों ने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ दी थी. तभी से केंद्र सरकार गेहूं की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए फिक्रमंद है. केंद्र सरकार की ओर से देश में हो रही गेहूं बुआई की आंकड़ा लगातार जुटाया जा रहा है. इस साल बुआई की अच्छी स्थिति को देखते हुए सरकार पहले ही स्टॉक करने की तैयारियों में जुट गई हैं. कहां कैसे स्टॉक किया जाना है. इसका लेखा जोखा तैयार किया जा रहा है. रबी फसलों के कुल रकबे की स्थिति देखें तो 552.28 लाख हेक्टेयर से बढ़कर अब यह 578.10 लाख हेक्टेयर हो गया है.


गेहूं का रकबा हुआ 286 लाख हेक्टेयर
मौजूदा सीजन रबी का है. देश के अलग अलग राज्यों में गेहूं की बुआई चल रही है. केंद्र सरकार की ओर से जो आंकड़े सामने आए हैं. उसके मुताबिक, देश में गेहूं का रकबा 3 प्रतिशत बढ़ा है, जो अब बढ़कर 286.5 लाख हेक्टेयर हो गया है. पिछले साल इसी समय तक यह रकबा 278.25 लाख हेक्टेयर था. केंद्र सरकार बड़े आंकड़े से खुश है. चूंकि अभी बुआई चल रही है. ऐसे में यह आंकड़ा तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. 


उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में बढ़ी बुवाई
केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, राज्यवार बुआई की स्थिति देखें तो दो स्टेट महाराष्ट्र और हरियाणा में में इस साल बुआई कम हुई है. इसका असर ऑवर ऑल ग्रोथ पर भी देखने को मिला है. वहीं कुछ स्टेटों ने बुआई के मामले में अच्छा प्रदर्शन भी किया है. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड और कर्नाटक में गेहूं बुआई में ग्रोथ देखने को मिली है. 


इस वजह से घटा गेहूं का उत्पादन
गेहूं उत्पादन को लेकर केंद्र सरकार लगातार प्रयासरत है. वर्ष 2021-22 में गेहूं का घरेलू उत्पादन पिछले वर्ष के 10 करोड़ 95.9 लाख टन से घटकर इस बार 10 करोड़ 68.4 लाख टन रह गया, उत्पादन घटने के पीछे मुख्य वजह गर्मी का बढ़ना सामने आया. बताया गया है कि लू के कारण गेहूं की काफी फसल बर्बाद हो गई. इसी कारण गेहूं के उत्पादन में कमी दर्ज की गई. 


धान, दलहन और तिलहन का भी रकबा बढ़ गया
केंद्र सरकार ने 16 दिसंबर तक के आंकड़ें सामने आए हैं. उसके अनुसार, धान का रकबा 11.13 लाख हेक्टेयर से अधिक होकर 12.64 लाख हेक्टेयर हो गया है. दलहन 134.01 लाख हेक्टेयर के सापेक्ष 139.68 लाख हेक्टेयर हो गई है. चना 94.97 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 97.9 लाख हेक्टेयर हो गया है. मोटा अनाज 38.37 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 41.34 लाख हो गया है. इन फसलों के बढ़े रकबे को केंद्र सरकार संतोषजनक स्थिति बता रही है.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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