Crop Ruined By Rain: पहले सूखा, बाढ़ और बाद में बारिश ने फसलों को खासा नुकसान पहुंचाया है. उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड समेत सभी स्टेट में फसलों को नुकसान पहुंचा है. किसान मदद के लिए सरकार के सामने हाथ फैला रहे हैं. हालांकि सरकार भी मदद करने से पीछे नहीं हटी हैं. उत्तरप्रदेश सरकार, मध्यप्रदेश समेत सभी स्टेट गवर्नमेंट ने किसानों को फसल के नुकसान का कंपनसेशन देने का एलान किया है, साथ ही बीमा कंपनी को निर्देश दिए हैं कि सर्वे कर किसानों को बीमा की धनराशि दी जाए. अब इस स्टेट गवर्नमेंट से किसानों ने मदद की गुहार लगाई है. मदद करने में सरकार भी पीछे नहीं है.


3 लाख किसानों मांगा फसल बीमा
बेमौसम बारिश से RAJASTHAN में किसानों की करोड़ों रुपये की फसल बर्बाद हो गई है. अब किसान बीमा की धनराशि पाने के लिए सरकारी दरवाजा खटखटा रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ फसलों का बीमा करवाने वाले करीब 3 लाख किसानों ने अपनी फसलों में नुकसान की सूचना बीमा कंपनियों व कृषि विभाग के कार्यालयों को दी है. स्टेट गवर्नमेंट ने इन सभी किसानों के फसल नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. वहीं, जिन क्षेत्रों में बारिश तेज होने से जलभराव हुआ है, वहां मिड सीजन एडवर्सिटी प्रक्रिया के तहत कंपनसेशन दिया जा रहा है. 


164 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में हुई बुवाई
स्टेट में पहले बारिश समय पर हुई थी. इसकी वजह से करीब 164 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में खरीफ फसलों की बुवाई की गई थी. इसमें से लगभग 45 लाख हैक्टेयर क्षेत्रफल में बाजरा बोया गया था. किसान अपनी खरीफ फसलों को काटने ही वाले थे कि स्टेट में बेमौसम बारिश पड़ने लगी. इसकी वजह से बाजरा, ज्वार, मक्का, धान जैसी फसलों को नुकसान हो गया. पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर, जयपुर, करौली, अलवर, दौसा आदि जिलों में बाजरा की फसल की कटाई के बाद नुकसान हुआ है. सभी किसानों को बीमा का लाभ दिया जा रहा हैै. 


विभाग स्तर से हो रहे सर्वे
जिला स्तर पर डीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी गई हैं. उन्हीं के स्तर से फसल नुकसान का सर्वे किया जा रहा है. रेवेन्यू डिपार्टमेंट ब्रॉड लेवल पर रिपोर्ट तैयार कर रहा है. उसी के आधार फसल का मुआवजा देने और बीमा का लाभ किसानों को दिया जा रहा है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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