Crop Damage In Maharashtra: देश में बेमौसम, बारिश, ओलावृष्टि का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बेमौसम बारिश के कारण ही देश के कई राज्यों में गेहूं और सरसों की फसल बर्बाद हो गई थी. लेकिन मौसम की मार किसानों का पीछा नहीं छोड़ रही है. पिछले तीन दिनों से देश के अलग अलग राज्यों में बारिश फिर शुरू हो गई है. कहीं अधिक बारिश तो किसी राज्य में बहुत तेज बारिश दर्ज की जा रही है. महाराष्ट्र में बारिश का कहर देखने को मिला है. यहां फसलें बर्बाद हो गई हैं. 


महाराष्ट्र में बागवानी फसलों को नुकसान


महाराष्ट्र के कई जिलों में बारिश बहुत तेज हो रही है. छत्रपति संभाजी नगर में पिछले दो दिनों से तेज बारिश हो रही है. इस कारण खेतों में खड़ी सैंकड़ों बीघा फसल बाढ़ के कारण प्रभावित हुई है. अधिक नुकसान कपास की फसल को भी हुआ है. किसानों का कहना है कि बारिश को सिवाय देखने के किसानों के पास कोई ऑप्शन नहीं है. किसान बचाव कैसे करे? बस राज्य सरकार से ही नुकसान भरपाई की उम्मीद है. 


हजारों हेक्टेयर में प्याज की फसल चौपट


वैजापुर तालुका में बारिश का असर देखने को मिला है. दहेगांव क्षेत्र में अधिक बारिश हो रही है. इसका असर प्याज पर पड़ा है. हजारों हेक्टेयर में लगी प्याज खराब हो गई है. स्थानीय किसान ने बताया कि दहेगांव की प्याज अन्य राज्यों में भेजी जाती है. इस बार 50 बीघा में प्याज की बुआई की थी. लेकिन बारिश के कारण फसल प्रभावित हुई है.   


फसल सर्वे के जारी किए आदेश


नुकसान हुई फसलों के लिए किसान लगातार मुआवजे की मांग कर रहे हैं. उधर, किसानों की मांग को ध्यान में रखते हुए आगे आई है. राज्य सरकार ने गिरदावरी के आदेश जारी कर दिए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा है कि अगले सप्ताह में नुकसान हुई फसल के सर्वे का काम पूरा लिया जाएगा. इसके बाद किसानों को मुआवजा राशि दी जाएगी. वहीं, जो किसान कपास बो रहे हैं. उनसे कास खरीदकर एक्सपोर्ट किया जाएगा. 


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