Seeds Production: किसानों के लिए बंपर धमाका, कंपनियां बीज तैयार कर फ्री में देंगी आधा, सरकार का नया रोडमैप तैयार
बिहार में बीज उत्पादन कम होता है. वहां 15 लाख क्विंटल बीज के सापेक्ष 4 लाख क्विंटल बीज उत्पादित होता है. बीज उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बिहार गवर्नमेंट नए कदम उठा रही है.
Crop Seeds In Bihar: देश में खेती की दिशा और दशा सुधारने के लिए केंद्र व राज्य सरकार लगातार कदम उठा रही है. किसानों को मोटी सब्सिडी पर मशीनें मुहैया कराई जा रही हैं. अन्य तकनीकी उपकरण दिए जा रहे हैं. वहीं स्टेट गवर्नमेंट केंद्र सरकार की मदद से किसानों को बीजों को भी सब्सिडी पर उपलब्ध कराती है. किसान सरकारी केंद्र या नामित सेंटरों पर पहुंचकर बीज प्राप्त कर लेते हैं. वहीं, अब बिहार सरकार किसानों के फायदे के लिए बड़ा कदम उठाने की तैयारी कर रही हैं.
बीज उत्पादन कर किसानों को फ्री में देंगी कंपनियां
बिहार गवर्नमेंट के स्तर से किसानों की आर्थिक हालात सुधारने पर काम चल रहा है. बिहार गवर्नमेंट अब चौथी कृषि रोड मैप की तैयारियों में जुटी है. बिहार सरकार के अधिकारियों के अनुसार, किसानों को खेती में आत्मनिर्भर बनाने के लिए बिहार गवर्नमेंट प्रयास में जुटी है. कृषि विभाग की 90 प्रतिशत जमीन खाली पड़ी हुई है. स्टेट में बीज प्रॉडक्शन बढ़ाने के लिए कृषि विभाग की खाली पड़ी जमीन निजी एजेंसी को दी जाएगी. इसी को लेकर अब एक नीति तैयार की जा रही है. नीति के तहत ये एजेंसियां जितना बीज उत्पादन करेंगी. उसका आधा राज्य के किसानों को दिया जाएगा. इससे किसान आत्मनिर्भर बन सकेंगे.
जरूरत 15 लाख क्विंटल बीज की, प्रॉडक्शन महज 4 लाख क्विंटल
बिहार स्टेट बीजों की कमी से जूझ रहे हैं. आंकड़ों के अनुसार, बिहार में हर साल करीब 15 लाख क्विंटल बीज की जरूरत होती है. लेकिन यहां महज 4 लाख क्विंटल बीज का उत्पादन ही हो रहा है. शेष बीज किसानों की जरूरत पूरी करने के लिए बाहर से मंगाया जा रहा है. अधिकारियों के अनुसार, बाहर से बीज आने के चलते किसानों को काफी महंगा पड़ता है. इससे फसल बुआई की लागत बढ़ जाती हैं. स्टेट गवर्नमेंट इसी स्थिति को सुधारने में जुटी हुई है.
बीजों की हो रही होम डिलीवरी
किसानों को उनके घर तक ही बीज पहुंचाने की सुविधा स्टेट गवर्नमेंट दे रही है. अधिकारियों के अनुसार, अच्छी उपज के लिए जरूरी है कि किसानों को सुविधा संपन्न बनाया जाए. अच्छी फसल पाने के लिए अच्छे बीज होना आवश्यक है. इसको ध्यान में रखते हुए राज्य के कई जिलों में बीजों की होम डिलीवरी की जा रही है. अकेले गया में 50 प्रतिशत बीज होम डिलीवरी से ही भेजा जाता है. 2023 बाजरा के लिए अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया है. बिहार में इसके उत्पादन को बढ़ावा देने की तैयारी भी चल रही है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.