Crop Damage In UP: देश में रबी, खरीफ और जायद की फसलें होती हैं. हर साल बाढ़, बारिश, सूखा, कीट रोग किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. किसानों की फसलों को लाखों रुपये का नुकसान होता है. इनसे बचाव के लिए किसान तमाम जतन करते हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल ये वजह ही किसानों की पफसलों को तबाह करने का मूल कारण बनती हैं. इसके अलावा अन्य कारण भी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. उत्तर प्रदेश में फसल नुकसान होने के पीछे ऐसी ही खास वजह सामने आई है.  


यूपी के रामपुर में चूहे कर रहे नुकसान


उत्तर प्रदेश के रामपुर में किसानों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है. यहां किसानों की फसल चूहे के निशाने पर है. कृषि विभाग के आंकड़ों पर ही गौर करें तो यहां हर साल चूहे खेत से लेकर घर तक हर साल 5 हजार क्विंटल से अधिक गेहूं खा जाते हैं. किसानों को हर साल चूहों के कारण लाखों रुपये का नुकसान होता है. किसान बचाव के लिए कृषि विभाग से गुहार लगा रहे हैं. अब कृषि विभाग ने चूहे से पफसल बचाव को कदम उठाए हैं. 


लोगों को दी जाएगी चूहे से बचाव की जानकारी


रामपुर में खरीपफ और रबी दोनों ही सीजन में चूहे फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. कृषि विभाग फसलों को चूहों से बचाव के लिए नियंत्रण अभियान चलाता है. गेहूं फसल पकने का समय आ गया है. मार्च में फसल पककर खड़ी हो जाएगी. इसी दौरान चूहे गेहूं की पफसल पर हमला कर उन्हें बर्बाद कर देते हें. इसी से बचाव के लिए कृषि विभाग गांव गांव घूमकर किसानों को फसलों को चूहे से बचाने के टिप्स देंगे. आवश्यक चूहा रोधी दवाएं और अन्य तरह के उपचार को भी कदम कृषि विभाग के स्तर से उठाए जाएंगे. 


जिले में इतना होता है गेहूं और धान


रबी की प्रमुख फसल गेहूं होती है, जबकि खरीफ सीजन की फसल धान होती है. जिले में 1.40 लाख हेक्टेयर में धान की फसल, रबी की फसल 1.46 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई की जाती है. कृषि अधिकारियों का कहना है कि हर साल करीब 7 प्रतिशत तक फसल उत्पादन गेहूं ही चट कर जाते हैं.


बचाव के लिए ये नुस्खे अपना सकते हैं


घरों में ब्रोमोडियोलान 0.005 चूहे के बने चारे की 10 ग्राम मात्रा में मिलाकर बिल में रख दें. चूहा इसे खाकर मर जाते हैं. एल्यूमीनियम फास्फाइड की दवा की 3 से 4 ग्राम बिल में रख दें. इसमें निकली फास्फीन गैस से चूहों की मौत हो जाती है. चूहेदानी में डबल रोटी, रोटी लगाकर चूहों को फंसाया जा सकता है. 



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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