Pro-Tray Nursery Technique: भारत के ज्यादातर इलाकों में फल और सब्जियों की नर्सरी (Fruit & Vegetable Nursery) का काम बड़े पैमाने पर किया जाता है. इन फसलों से अच्छा उत्पादन (Crop Production) लेने के लिये किसान भी नये तिकड़म लगाते रहते हैं. इस बीच कृषि वैज्ञानिकों ने भी बागवानी फसलों (Horticulture) के लिये खेती की ऐसी तकनीकें ईजाद की हैं, जो कम मेहनत में भी बेहतरीन उत्पादन देती हैं.


अभी तक पॉलीहाउस फार्मिंग (Polyhouse Farming), ग्रीनहाउस फार्मिंग(Greenhouse Farming), हाइड्रोपॉनिक्स फार्मिंग (Hydroponic Farming)और वर्टिकल फार्मिंग (Verticle Farming) के तरीके किसानों को लुभा रहे थे, लेकिन अब नये जमाने की प्रो-ट्रे (Pro-Tray Nursery) में नर्सरी तैयार करने की विधि भी किसानों के बीच फेमस हो रही है. शहरी खेती (Urban farming) और किचन गार्डन (Kitchen Garden) में भी इसका चलन देखा जा रहा है.




खाद तैयार करें (Prepare Compost for Pro-Tray Nursery)
प्रो-ट्रे नर्सरी तैयार करना बेहद आसान है. इसके लिये सबसे पहले प्रो-ट्रे (प्लास्टिक की ट्रे या अंडे की ट्रे), कंपोस्ट, कोकोपिट खाद (नारियल की खाद) आदि सामानों को जुटा लें.



  • कोकोपीट खाद यानी नारियल की खाद को कम से कम 5 घंटे के लिये पानी से भरे टब में भिगोकर रखें. 

  • ध्यान रखें कि नारियल की खाद की मात्रा सूखी होती है, लेकिन पानी में भीगने के बाद ये कई गुना बढ़ जाती है, इसलिये खाद से 5 गुना बड़ा बर्तन इस्तेमाल करें.

  • पांच घंटे बाद खाद की साफ-सफाई कर लें, जिससे खाद का कचरा पौधों के विकास में बाधा न बने.

  • खाद से कचरा निकालने के बाद इसे ठीक प्रकार सुखा लें. आप चाहें तो इसे धूप में भी रख सकते हैं.

  • प्रो-ट्रे तैयार करने से पहले एक बड़ा बर्तन या तिरपाल बिछाकर कोकोपीट खाद के बराबर वर्मीकंपोस्ट मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें.




प्रो-ट्रे तैयार करें (Prepare Pro-Tray for Seeding)
कोकोपीट और कंपोस्ट की खाद का मिश्रण तैयार होने के बाद इस खाद को प्रो-ट्रे में भरें.



  • खाद भरने के बाद प्रो-ट्रे में बिना सिंचाई के ही फल और सब्जियों के बीजों को लगायें.

  • जब प्रो-ट्रे में लगे बीजों से अंकुरित होकर पौधे निकल आयें तो पौधों को ट्रे से बाहर निकाल लें.

  • इस पूरी प्रोसेस में ज्यादा से ज्यादा 10 से 15 दिन का समय लगता है, जिसके बाद गमले या खेतों में  पौधों की रोपाई कर सकते हैं.

  • बता दें कि साधारण तरीके से नर्सरी तैयार करने में महीने भर का समय भी लग जाता है, लेकिन प्रो-ट्रे विधि से ये काम झटपट निपट जाता है.




प्रो-ट्रे में तैयार करें इन सब्जियों की नर्सरी (Vegetable Nursery in Pro-Tray)
प्रो-ट्रे में उन्नत बीजों (Advanced Varieties of Seed) की मदद से किसी भी फसल के पौधों को तैयार कर सकते हैं. खासकर महंगे विदेशी फल (Exotic Fruits Farming) और सब्जियों की खेती (Vegetable Farming) के लिये प्रो-ट्रे तकनीक (Pra-Tray Nursery Technique) फायदे का सौदा साबित हो सकती है. इन विधि से बेलदार सब्जियों के साथ-साथ पत्तेदार सब्जियां और अन्य बागवानी फसलों की अग्रिम तैयारी कर सकते हैं.


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और जानकारियों पर आधारित है. ABPLive.com किसी भी तरह की जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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