देश में बड़े पैमाने पर फल खाए जाते हैं जिनमें बड़ी संख्या में संतरा, अमरुद और आम भी शामिल हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं आप इन्हें अपने घर में कैसे उगा सकते हैं वो भी गमले में? आइए हम आपको बताते हैं...
गमले का आकार और गहराई संतरे, अमरूद या आम के पेड़ की प्रजाति और उसकी उम्र के अनुसार तय की जाती है. आमतौर पर 2-3 फीट चौड़े और 3-4 फीट गहरे गमले का इस्तेमाल किया जाता है. गमले में अच्छी जल निकासी की व्यवस्था होनी जरूरी है. गमले में संतरे, अमरूद या फिर आम के पेड़ को लगाने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाली मिट्टी का मिश्रण तैयार किया जाना चाहिए. साथ ही मिश्रण में बराबर मात्रा में दोमट मिट्टी, रेत और कम्पोस्ट मिलाया जाना जरूरी है. गमले में पौधे की रोपाई के लिए सबसे सही समय सर्दियों का होता है. रोपाई के लिए 1 से 2 साल पुराने पौधे का इस्तेमाल किया जाता है.
गमले में संतरे, अमरूद या आम के पेड़ को नियमित रूप से पानी देना जरूरी है. गर्मियों के दिनों में पौधे को दिन में दो बार पानी देना जरूरी है. जबकि ठंड के समय में पौधे को जरूरत के अनुसार पानी देना चाहिए. पौधे की रोपाई के बाद 6 से 8 सप्ताह के अंतराल पर उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए. गमले में संतरे, अमरूद या आम के पेड़ को कई प्रकार के कीटों और रोगों का खतरा होता है. इनसे बचाव के लिए कीटनाशक और रोगनाशक का प्रयोग किया जाना जरूरी है.
क्या है खास ट्रिक
गमले में संतरे, अमरूद या आम के पेड़ को फल लगने में 3-4 साल का समय लग सकता है. गमले में संतरे, अमरूद या आम के पेड़ को फल लगने के लिए एक ट्रिक का उपयोग किया जा सकता है. इस ट्रिक में पौधे को कांट-छांट करके उसकी शाखाओं को फैला दिया जाता है. इससे पौधे को अधिक धूप मिलती है और फल लगने की उम्मीद बढ़ जाती है.
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